आवाज़ ए हिमाचल
12 जनवरी। राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव (एनवाईपीएफ) का उद्देश्य 18 से 25 वर्ष के बीच के युवाओं के विचारों को सुनना है, जिनके पास मताधिकार है और आने वाले वर्षों में विभिन्न सेवाओं में शामिल होंगे, जिनमें सार्वजनिक सेवाएं शामिल हैं। राष्ट्रीय युवा महोत्सव हर साल 12 से 16 जनवरी तक मनाया जाता है। 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती है, जिसे राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर सुबह साढ़े दस बजे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए द्वितीय राष्ट्रीय युवा संसद उत्सव को संबोधित करेंगे। राष्ट्रीय युवा संसद के लिए जिला और राज्य स्तर पर चुने गए प्रतिनिधियों में से प्रथम तीन को पीएम के साथ बातचीत करने का मौका मिलेगा। इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और केंद्रीय शिक्षा मंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक भी मौजूद रहेंगे।
राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव 31 दिसंबर, 2017 को प्रधानमंत्री द्वारा ‘मन की बात’ में दिए गए विचार पर आधारित है। इस विचार से प्रेरणा लेते हुए पहला एनवाईपीएफ 12 जनवरी से 27 फरवरी, 2019 तक ‘न्यू वॉयस ऑफ द न्यू इंडिया और फाइंड सॉल्यूशंस एंड कंट्रिब्यूट टू पॉलिसी’ थीम के साथ आयोजित किया गया था। इस दौरान कार्यक्रम में कुल 88,000 युवाओं ने भाग लिया था।
वहीं, राष्ट्रीय युवा संसद 2021 को संबोधित करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि स्वतंत्रता के पूर्व युवाओं ने बलिदान देकर जिस प्रकार से देश को आजाद कराया था, उसी तरह आज युवाओं को भारत को समृद्धि और प्रगति के पथ पर आगे बढ़ाने के लिए सक्रिय रूप से कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए यह आवश्यक है कि युवा इस कार्य में योगदान करें। यह उनका दायित्व भी है और कर्तव्य भी है।