व्हाट्सएप चैट से खुलासा
आवाज़ ए हिमाचल
नई दिल्ली। हनी ट्रैप में फंसे DRDO साइंटिस्ट प्रदीप कुरुलकर के मामले में महाराष्ट्र के एंटी-टेरेरिज्म स्क्वाड ने बड़ा खुलासा किया है। ATS ने बताया है कि प्रदीप कुरुकलर पाकिस्तान की महिला जासूस को मिलकर ब्रह्मोस मिसाइल प्रोजेक्ट की खुफिया रिपोर्ट दिखाना चाहता था। इंडियन एक्सप्रेस ने चार्जशीट के हवाले से बताया है कि प्रदीप कुरुलकर ने ब्रह्मोस मिसाइल को लेकर पाकिस्तान की महिला जासूस से 19 अक्टूबर 2022 से लेकर 28 अक्टूबर 2022 तक बात की थी।प्रदीप को मालूम था कि ब्रह्मोस से जुड़ी जानकारी खुफिया है और व्हाट्स एप या ईमेल के जरिए नहीं दी जा सकती है। इसलिए प्रदीप ने जारा दासगुप्ता के नाम से उससे बात कर रही पाकिस्तानी जासूस को मिलने को कहा था। चार्जशीट में ब्रह्मोस को लेकर दोनों के बीच हुई व्हाट्स एप चैट को भी मेंशन किया है। चार्जशीट के मुताबिक जारा ने प्रदीप से पूछा था- क्या ब्रह्मोस भी तुम्हारी खोज है ? इसके जवाब में प्रदीप ने कहा- हां, सबसे खतरनाक खोज… मेरे पास 186 पन्नों में शुरुआती डिजाइन की रिपोर्ट है। इसमें ब्रह्मोस के सभी वर्जन की जानकारी है। मैं उस रिपोर्ट को ट्रेस कर तुम्हारे लिए तैयार रखूंगा, जब तुम यहां आओगी तो तुम्हें दिखाऊंगा। न सिर्फ ब्रह्मोस बल्कि कुरुलकर और जारा के बीच भारत की अग्नि 6, रुस्तम (अनमैन्ड एयर व्हीकल), सरफेस टु एयर मिसाइल, अनमैन्ड कॉम्बैट एयर व्हीकल और DRDO के ड्रोन प्रोजेक्ट्स को लेकर भी बात हुई थीं।
ATS ने इस मामले से खुफिया जानकारी वाले डॉक्यूमेंट्स भी एक सील लिफाफे में कोर्ट के सामने पेश किए हैं। चार्जशीट में ये भी बताया गया है कि कुरुलकर ने जारा को एक व्हाट्स एप ग्रुप में भी जोड़ा था, जिसका नाम ‘हैपी मॉर्निंग’ था। कुरुलकर ने सारा से बातचीत के दौरान दो और साइंटिस्ट का नाम मेंशन किया था। ATS ने इन दोनों वैज्ञानिकों से भी बात की है।