आवाज़ ए हिमाचल
कुल्लू। हिमाचल के कुल्लू जिले की गडसा घाटी में सुबह चार बजे के करीब बादल फटने से खूब तबाही मची। इससे एक दर्जन से ज्यादा घर नाले में बह गए। गडसा नाला उफान पर आ गया है। संपर्क मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त होने से क्षेत्र के लोगों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है।गडसा घाटी में भी भेड़ फार्म को नुकसान हुआ है। दो पुल और कुछ मवेशियों के भी फ्लैश फ्लड में बहने की सूचना है। वहीं मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले 4 दिन के तेज बारिश का अलर्ट दे रखा है। ताजा बुलेटिन में कल व परसो के लिए ऑरेंज अलर्ट दिया गया है। इस दौरान कुछेक स्थानों पर भारी बारिश और बादल फटने जैसी घटनाएं हो सकती हैं। इसे देखते हुए लोगों को उफनते नदी-नालों के आस-पास और लैंडस्लाइड संभावित क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी गई है। प्रदेश में अब तक भारी बारिश से जान व मॉल दोनों को रिकॉर्ड नुकसान हुआ है। 24 जून से अब तक फ्लैश फ्लड व लैंड स्लाइड की चपेट में आने से 44 लोगों की जान जा चुकी है। 42 लोगों की मौत 7 से 11 जुलाई के बीच हुई भारी बारिश के दौरान गई है। कुल्लू और मंडी जिले में सबसे ज्यादा तबाही मची है। प्रदेश में 5116 करोड़ रुपए की निजी व सरकारी संपत्ति बारिश की भेंट चढ़ चुकी है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू कह चुके हैं कि पूरे नुकसान का आंकलन होने के बाद यह आंकड़ा 8000 करोड़ से ज्यादा हो जाएगा। प्रदेश में 606 घर पूरी तरह जमींदोज हो गए हैं, जबकि 5363 घरों को आंशिक क्षति पहुंची है। 236 दुकानें, 1648 गौशालाएं और 91 लेबर शेड व पुल ध्वस्त हुए हैं।