JOA IT पेपर लीक मामला: कर्मचारी चयन आयोग के चपरासी की बेटी की परीक्षा भी संदेह के घेरे में

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आवाज़ ए हिमाचल 

हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग की भर्ती परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक मामले की मुख्य आरोपी उमा आजाद की पुलिस हिरासत बुधवार को खत्म हो गई, जिसके चलते विजिलेंस ने दोपहर बाद उसे हमीरपुर न्यायालय में उसकी पुलिस हिरासत बढ़ाने की मांग की, लेकिन विजिलेंस की दलीलों से संतुष्ट न होने से अदालत ने उमा आजाद को 16 जनवरी तक चौदह दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

इधर, बुधवार को विजिलेंस थाना में आयोग के उपसचिव एवं एचएएस अधिकारी संजीव शर्मा और पूर्व सचिव जितेंद्र कंवर के कार्यालय के चतुर्थ श्रेणी कर्मी (चपरासी) किशोरी लाल से पूछताछ हुई। किशोरी लाल की बेटी ने पूर्व में हुई जेओए आईटी की परीक्षा उत्तीर्ण की है। फिलहाल यह परीक्षा भी संदेह के दायरे में है। हालांकि न्यायालय में पेश करने से पूर्व विजिलेंस थाना में उमा आजाद से लंबी पूछताछ हुई। इससे पूर्व उमा आजाद के दोनों बेटों नितिन और निखिल आजाद, दलाल संजीव कुमार और उसके छोटे भाई शशिपाल, उमा के घर पर काम करने वाले नौकर नीरज कुमार और दो अभ्यर्थियों तनु शर्मा और अजय शर्मा को बीते रोज न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

विजिलेंस ने पेपर लीक मामले में कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया था। अदालत ने इन सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। विजिलेंस ने आयोग के पूर्व सचिव जितेंद्र कंवर के कार्यालय से बरामद लैपटॉप, उमा आजाद के घर से कब्जे में लिए लैपटॉप और फोटो कॉपियर मशीन और दलाल संजीव कुमार के कोचिंग संस्थान से कब्जे में ली कंप्यूटर की हार्ड डिस्क को आगामी जांच के लिए फोरेंसिक साइंस विभाग को भेज दिया है।

हाई पावर कमेटी ने दूसरे दिन तैयार की फाइलें

आईएएस अधिकारी अभिषेक जैन की अध्यक्षता वाली छह सदस्यीय हाई पावर कमेटी ने बुधवार को दूसरे दिन भी कर्मचारी चयन आयोग में बैठकर आयोग के माध्यम से होने वाली भर्तियों में पारदर्शिता लाने के लिए कई स्तर पर सुझाव लेकर फाइलें तैयार की हैं। आयोग में सरकार की ओर से नियुक्ति ओएसडी जितेंद्र सांजटा ने संबंधित कमेटी को भर्तियों से संबंधित रिकॉर्ड उपलब्ध करवाया। कमेटी ने आयोग के पूर्व सचिव जितेंद्र कंवर से भी पूछताछ की है।

यहां जानें पूरा मामला मामला

हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग की ओर से 25 दिसंबर 2022 को पोस्ट कोड 965 जेओए आईटी की भर्ती परीक्षा प्रस्तावित थी। आयोग की गोपनीय शाखा में वरिष्ठ सहायक उमा आजाद ने ढाई-ढाई लाख रुपये में सौदा कर भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक कर दिया। एक अभ्यर्थी ने 23 दिसंबर को हमीरपुर विजिलेंस थाना में इसकी शिकायत की। जिसके बाद विजिलेंस टीम ने जाल बिछाकर इस गोरखधंधे का पर्दाफाश किया।

आयोग के पूर्व उपसचिव संजीव शर्मा और चपरासी किशोरी लाल से पूछताछ की गई है। अभी तक बरामद लैपटॉप, फोटो कॉपियर मशीन और हार्ड डिस्क को जांच के लिए एफएसएल लैब में भेज दिया गया है। पेपर लीक मामले में बारीकी से जांच जारी है। – रेणू शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, विजिलेंस हमीरपुर।

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