आवाज ए हिमाचल
शिमला, 15 जुलाई। हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) में कंडक्टर के 360 पदों पर भर्ती प्रक्रिया दो वर्षों के बाद भी अधूरी है, जिससे परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थियों और उनके परिवारों में आक्रोश है। इस लंबे इंतजार के कारण 357 योग्य अभ्यर्थी रोजगार की आस में दिहाड़ी-मजदूरी करने को मजबूर हो गए हैं। दिसंबर 2023 में आयोजित परीक्षा के बाद मार्च 2024 में इसका फाइनल रिजल्ट घोषित हुआ था। बावजूद इसके, दो बार आचार संहिता लागू होने के चलते अब तक ज्वाइनिंग नहीं मिल पाई है। फाइनल रिजल्ट घोषित होने के चार महीने बाद भी नियुक्ति की कोई सूचना नहीं है।
अभ्यर्थियों अंकेश, अनिल, मनोज, पंकज, राहुल, अतुल, अभिषेक, अमन, अश्वनी, सुनील, और विक्की ने व्यथा प्रकट करते हुए कहा कि सरकार की सुस्त कार्यप्रणाली के कारण वे अपने परिवार का पालन-पोषण करने के लिए मजदूरी करने पर विवश हैं। कई अभ्यर्थियों की उम्र 40 वर्ष से अधिक हो चुकी है, जिससे उनकी चिंता और बढ़ गई है।
इन अभ्यर्थियों ने सरकार से एक सप्ताह के भीतर नियुक्ति पत्र जारी करने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई, तो वे 22 जुलाई से भूख हड़ताल पर जाएंगे। यह भी उल्लेखनीय है कि अक्टूबर 2022 में HRTC ने कंडक्टर के 360 पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे। हमीरपुर बोर्ड के भंग होने के बाद यह परीक्षा लोक सेवा आयोग द्वारा दिसंबर 2023 में आयोजित की थी और मार्च 2024 में परिणाम घोषित किया। हालांकि, दो बार आचार संहिता लागू होने के कारण चार महीने बीत गए और अब तक नियुक्ति नहीं हो सकी।
सरकार से अपील है कि वे जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करें ताकि इन योग्य अभ्यर्थियों को उनका हक मिल सके और वे अपने परिवार का सही तरीके से भरण-पोषण कर सकें।