आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। पालमपुर के कारोबारी निशांत कुमार शर्मा के मामले में हिमाचल प्रदेश के डीजीपी संजय कुंडू के खिलाफ कांगड़ा में एफआईआर दर्ज की जाएगी और इसकी छानबीन होगी। महाधिवक्ता अनूप रतन ने मीडिया से बातचीत करते हुए यह जानकारी दी। हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में वीरवार को स्टेट्स रिपोर्ट रखी गई। एसपी कांगड़ा और एसपी शिमला ने स्टेट्स रिपोर्ट पेश की।
इस मामले में सरकार ने अदालत को आश्वस्त किया है कि कारोबारी की ओर से जो शिकायत की गई है उसमें कांगड़ा में एफआईआर दर्ज की जाएगी। बता दें कि हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने पालमपुर के कारोबारी निशांत कुमार शर्मा द्वारा अपने और अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने से जुड़े मामले में एसपी शिमला और एसपी कांगड़ा से स्टेट्स रिपोर्ट तलब की थी। मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने गृह सचिव को भी मामले में नोटिस जारी किया था।
निशांत ने 28 अक्तूबर 2023 को हाईकोर्ट को ई-मेल के माध्यम से अपने और परिवार की जान को खतरे की बात लिखी थी। प्रार्थी ने लिखा था कि वह चिंतित और भयभीत है कि उन्हें या तो पुलिस प्रमुख संजय कुंडू द्वारा मार दिया जाएगा या गंभीर रूप से डराया-धमकाया जाएगा। कारोबारी ने बताया था कि गुरुग्राम में भी उस पर हमला हो चुका है, जिसमें वह बच गया। इस मामले की रिपोर्ट को वापस लेने के लिए उस पर दो बाइक सवार व्यक्तियों ने भागसूनाग और मैक्लोडगंज के बीच वाले रास्ते में रोककर धमकाया। ई-मेल के मुताबिक डीजीपी कार्यालय से उसे एक ही दिन में 14 फोन आए। उसे डीएसपी व एसएचओ पालमपुर ने भी फोन किए। एसएचओ पालमपुर ने व्हाट्सएप मैसेज कर बताया कि डीजीपी उससे बात करना चाहते हैं।
इसलिए उसे डीजीपी कार्यालय में कॉल कर लेनी चाहिए। कॉल बैक करने पर डीजीपी ने कहा कि निशांत तुम शिमला आओ और मिलो। इस पर जब उसने कहा कि वह क्यों उनसे मिले तो डीजीपी ने कहा कि उसे शिमला आना होगा और उनसे मिलना होगा। ई-मेल के माध्यम से निशांत ने हिमाचल के ही दो रसूखदार लोगों पर उससे जबरन वसूली का दबाव बनाने की बात कही है।