आवाज ए हिमाचल
23 जनवरी। टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान शुभमन गिल के तौर पर एक बेहतरीन ओपनर बल्लेबाज को पाया। महज 21 साल की उम्र में शुभमन गिल ने जिस तरह का धैर्य, तकनीक और परिपक्वता का परिचय दिया वो शानदार था। शुभमन गिल के दृष्टिकोण की हर किसी ने तारीफ की और कई लोगों ने यहां तक कहा कि, वो लंबे वक्त तक टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। शुभमन गिल ने तीन टेस्ट मैचों के दौरान ब्रिसबेन टेस्ट की आखिरी पारी में 91 रन बनाते हुए भारत की जीत का आधार तय किया था। हालांकि वो शतक लगाने में सफल नहीं हो पाए, लेकिन उनकी पारी ने भारत की जीत में अहम भूमिका अदा की। अपने पहले टेस्ट सीरीज और वो भी ऑस्ट्रेलिया में बेहद सफल रहे गिल ने अपनी सफलता का पूरा श्रेय टीम इंडिया के पूर्व धुरंधर बल्लेबाज युवराज सिंह को दिया। गिल ने 3 टेस्ट मैचों में 51.80 की औसत से दो अर्धशतक के साथ 259 रन बनाए थे।
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए शुभमन गिल ने कहा कि, टीम इंडिया के लिेए टेस्ट डेब्यू करना मेरे लिए बड़ी राहत की बात है और मैं काफी रिलैक्स महसूस कर रहा हूं। शुरुआत में मैं थोड़ा नर्वस जरूर था, लेकिन पारी दर पारी मेरा आत्मविश्वास बढ़ता चला गया। अपनी सफलता का श्रेय युवराज सिंह को देते हुए उन्होंने कहा कि, युवी पाजी के साथ आइपीएल 2020 से पहले किया गया कैंप मेरे लिए काफी महत्वपूर्ण रहा।