आवाज ए हिमाचल
22 जनवरी। कर्नाटक के शिवमोगा जिले में हुई दर्दनाक घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख प्रकट किया है। शिवमोगा में गुरुवार रात को ट्रक में भरकर ले जाए जा रहे विस्फोटक में धमाका हो गया। इस धमाके में आठ लोगों की मौत होने की बात कही जा रही है, लेकिन आधिकारिक पुष्टि अभी तक सिर्फ 2 मजदूरों के मरने की हुई है। ये धमाका इतना जबरदस्त था कि आसपास के क्षेत्र में झटके महसूस किए गए। ऐसे में लोगों को लगा कि भूकंप के कारण झटके लग रहे हैं। आज सुबह पुलिस और वरिष्ठ अधिकारियों ने शिवमोगा ज़िले के हुनासोंडी गांव में विस्फोट वाली जगह का निरीक्षण किया। ये जानने का प्रयास किया कि आखिर दुर्घटना की वजह क्या रही। इस दौरान शिवमोगा के सांसद बी.वाई. राघवेंद्र भी मौके पर मौजूद रहे। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
शिवमोगा के जिला कलेक्टर केबी शिवकुमार ने बताया, ‘शुरुआती जांच में अब तक यह पता चल पाया है कि यहां खड़ी गाड़ी में विस्फोटक थे। यह पता लगाया जा रहा है कि उन्हें यहां क्यों लाया गया था। अब तक हमने 2 शव बरामद किए। यह सार्वजनिक रूप से प्रसारित किया जा रहा है कि 10-15 लोगों की मृत्यु इस धमाके में हो गई है, लेकिन यह किसी भी तथ्य से प्रमाणित नहीं है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, उन्होंने थोड़ी प्रगति की है।उन्होंने बताया कि हमने बम निरोधक टीम की मदद ली है, ताकि ये घटना क्यों हुई है ये पता चल सके। ये घटना रात में हुई, इसलिए यहां कोई कर्मचारी काम नहीं कर रहा था। सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं। हम पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि खड़ी गाड़ी के साथ कौन था।
पीएम नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना पर दुख प्रकट किया है। शिवमोगा की घटना सुनकर बेहद दुख हुआ। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना। ईश्वर से प्रार्थना है कि घायल जल्द ठीक हो जाएं। राज्य सरकार प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान कर रही है।वहीं, कर्नाटक के मंत्री केएस ईश्वरप्पा ने कहा कि शिवमोगा में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था। हमने जिले में पहली बार ऐसी घटना देखी है। विशेषज्ञ बेंगलुरु से आ रहे हैं, वे एक रिपोर्ट देंगे, जिसके बाद हम कार्रवाई करेंगे। अभी कुछ भी कह पाना जल्दबाजी होगी।पुलिस के मुताबिक, विस्फोटक खनन के उद्देश्य से ले जाए जा रहे थे। पत्थर तोड़ने के एक स्थान पर रात साढ़े दस बजे के लगभग धमाका हुआ। इस धमाके से चिक्कमगलुरु और दावणगेरे जिलों में भी झटके महसूस किए गए। विस्फोट इतना तेज था कि घरों की खिड़की के शीशे टूट गए और सड़कों पर भी दरार पड़ गई हैं। हालांकि, विस्फोट कैसे हुआ और इसके लिए कोई जिम्मेदार है, इसकी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है।