आवाज़ ए हिमाचल
यशपाल ठाकुर,परवाणू
18 फरवरी।परवाणू डीएवी स्कूल ने वार्षिक खेल प्रतियोगिता (जूनियर) 2023-24 का आयोजन किया।इस अवसर पर डीएवी प्रधानाचार्य डॉ हरनीत सिंह मद बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। कार्यक्रम की शुरुआत स्कूल प्रिंसिपल डॉ हरनीत सिंह द्वारा ध्वजारोहण के साथ की गई,उसके बाद गुब्बारे आसमान में उड़ाकर वार्षिक खेल प्रतियोगिता का विधिवत पूर्वक उद्घाटन किया गया।इस अवसर पर डीएवी स्कूल की जूनियर हैड गर्ल मानवी ने मशाल स्कूल पीटीआई धर्मेंद्र ठाकुर को सौंपी।परवाणू डीएवी स्कूल में बच्चों के अभिभावक भी विशेष रूप से वार्षिक खेल प्रतियोगिता में पहुंचे तथा बच्चों का हौसला बढ़ाया।इस दौरान डीएवी स्कूल के नर्सरी से लेकर पांचवीं कक्षा तक के सभी विद्यार्थियों ने मार्च पास्ट किया।वहीं कक्षा तीसरी से पांचवीं तक के बच्चों द्वारा ड्रिल एवं एरोबिक्स का प्रदर्शन किया गया, जिसकी कार्यक्रम में मौजूद अभिभावकों व शिक्षकों ने जम कर सराहना की।इस अवसर पर स्कूल के बच्चों द्वारा कई प्रकार की मनोरंजक खेल,दौड़े भी की। खेल प्रतियोगिता में नर्सरी कक्षा के नन्हें मुन्हे बच्चों ने कैटरपिल्लर रेस में भाग लिया।केजी के बच्चों ने बॉल पकड़ो प्रतियोगिता में हिस्सा लिया।कक्षा एक के बच्चों ने ड्रेगिग द बॉल,कक्षा दो के बच्चों ने लैटस गेट रेडी,कक्षा तीसरी द्वारा थ्री लैग्स रेस,काक्षा चौथी के बच्चों ने हर्डल्स गेम ओर कक्षा पांचवीं के विद्यार्थियों में रिले रेस में अपनी प्रतिभा का हुनर दिखाया।इस अवसर विजयी रहे बच्चों को स्कूल प्रिंसिपल द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया।उधर,परवाणू डीएवी स्कूल द्वारा मनाए जा रहे वार्षिक खेल उत्सव 2023-24 को लेकर स्कूल प्रधानाचार्य डॉ हरनीत सिंह ने बताया कि वर्षों से डीएवी स्कूल हर वर्ष वार्षिक खेल प्रतियोगिता का आयोजन करता आया है ओर यह क्रम आगे भी जारी रहेगा। डॉ हरनीत सिंह ने कहा कि पढ़ाई के साथ साथ खेलों का आयोजन करना भी बहुत आवश्यक है।उन्होंने कहा जैसे पढ़ाई बुद्धि को बल देती है उसी प्रकार खेलें बच्चों के शारीरिक विकास को सुदृढ़ करती है। डॉ हरनीत सिंह ने कहा कि आज का युवा नशे की चपेट में आ रहा है ओर यदि युवाओं को नशे जैसी भयानक कुरीति से बचाना है तो बच्चों का ध्यान खेलों की तरफ आकर्षित करना बहुत आवश्यक है। वार्षिक खेल प्रतियोगिता के समापन पर प्रधानाचार्य डॉ हरनीत सिंह ने स्कूल के सभी शिक्षकों, स्कूल प्रबंधन एवं बच्चों के अभिभावकों का धन्यवाद किया।