आवाज ए हिमाचल
ब्यूरो, शाहपुर। दो जिलों के तीन विधानसभा क्षेत्र के हजारों लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाने वाले सिविल अस्पताल शाहपुर में क्रसना लैब ने अपनी सेवाएं बुधवार से बंद कर दी। इस लैब में करीब 100 प्रकार के टेस्ट होते थे। सिविल अस्पताल शाहपुर में प्रतिदिन 600 से लेकर 800 तक के करीब मरीज उपचार करवाने आते हैं। ऐसे में मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस लैब में रोजाना ओस्तन 60 से 80 मरीजों के टेस्ट होते थे। अब फ्री टेस्ट की सुविधा बंद होने के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
बता दें कि मुख्यमंत्री निशुल्क निदान योजना के तहत सिविल अस्पताल शाहपुर में आधुनिक लैब टैस्ट की सुविधाएं यहां पर क्रसना लैब उपलब्ध करवा रही थी। अब सेवाएं बंद कर दी है। राज्य सरकार की ओर से अधिकृत क्रसना लैब पैथोलॉजी के टेस्ट बंद हो गए हैं।
इसके लिए एनएचएम के मिशन निदेशक को कंपनी के पदाधिकारी की ओर से लिखित में पत्र दे दिया है। इसमें साफ कहा है कि लंबे समय से उनका भुगतान नहीं हो रहा है। यहां हर दिन सैंकड़ों मरीजों के रोजाना क्रसना लैब के तहत टैस्ट होते थे।पिछले लंबे समय से इन्हें इसके पैसे नहीं मिले हैं।
लैब प्रबंधन ने सीधे तौर पर सेवाएं बंद करने का फैसला लिया है। इसे तब तक इसे लागू रखा जाएगा जब तक भुगतान नहीं किया जाता है। इसके कारण अब लैब प्रबंधन के लिए भी बिना किसी पेमेेंट के इसे चलाना संभव नहीं हैं। इसलिए सेवाओं को बुधवार से स्थगित कर दिया है।
सिविल अस्पताल शाहपुर में एक दिन में 600 से 800 के करीब मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में काफी संख्या में डाक्टर मरीजों को टैस्ट लिखते हैं और टैस्ट क्रसना लैब में होते थे। लेकिन बुधवार और गुरुवार को लैब बंद रही। जिनके पिछले दिनों सैंपल लिए गए थे, उनकी सैंपल रिपोट्र्स ही दी गई।
अस्पताल में मरीजों को नहीं आएगी दिक्कत
सिविल अस्पताल शाहपुर में तैनात चिकित्सा ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर विक्रम कटोच ने बताया कि बुधवार को सुबह क्रसना लैब ने सेवाएं बंद कर दी हैं। पेमेंट को लेकर इश्यू है।सिविल अस्पताल शाहपुर में अपनी सरकारी अत्याधुनिक लैब है। कुछ महीना पहले शाहपुर के विधायक केवल सिंह पठानिया के प्रयास से यहां अत्याधुनिक लैब स्थापित की गई है। मरीजों को परेशानी आने नहीं दी जाएगी।