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बबलू गोस्वामी, नादौन। गीता जयंती सप्ताह का आयोजन संपूर्ण विश्व में बड़ी ही धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। गीता जयंती सप्ताह का लक्ष्य गीता में निहित-ज्ञान और आचार-व्यवहार को जन-जन तक पहुंचाना है। इस उपलक्ष्य पर गीता की शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाने वाले गीता साधकों को भी विभिन्न-संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया जाता है।
इसी क्रम में खण्ड नादौन के परम पूज्य मौनी बाबा कुटिया एवं आध्यात्मिक ट्रस्ट फतेहपुर के द्वारा भी 19 दिसंबर से 25 दिसंबर तक गीता जयंती सप्ताह का आयोजन किया गया, जिसमें प्रतिदिन गीता पाठ एवं गीता प्रवचनों के माध्यम से गीता साधक लाभान्वित हुए और उन्होंने गीता जयंती के उपलक्ष्य पर सामूहिक गीता पाठ भी किया। इस दौरान ट्रस्ट के माध्यम से अध्यक्ष प्रो. रत्न चन्द शर्मा सहित समस्त कार्यकारिणी सदस्यों ने जागरूक व कर्मठ गीता साधकों को गीता-सम्मान से भी सम्मानित किया। इस गीता सम्मान समारोह में संस्कृत अध्यापक व कर्मठ गीता साधक आचार्य नरेश मलोटिया को विशेष गीता सम्मान से सम्मानित किया गया।
गीता सम्मान समारोह से सम्मानित करने के उपरांत अध्यक्ष ने कहा कि नरेश मलोटिया निरंतर छात्र-छात्राओं सहित अन्य गीता पिपासुओं को संस्कृत भाषा में लिखित गीता के श्लोकों का वाचन करने हेतु प्रशिक्षण देते हैं तथा उसमें निहित ज्ञान पर व्याख्यान देकर लोगों का कुशल मार्गदर्शन करते हैं। उनके द्वारा विद्यालय की छात्राओं से अतिरिक्त गांव के अन्य बच्चों को भी लगातार गीता पढ़ाई जा रही है। गीता सम्मान से सम्मानित होने के उपरांत आचार्य नरेश मलोटिया ने बताया की गीता जीवन जीने का एक सरल और सुगम मार्ग दिखलाती है। संस्कृत भाषा स्वयं में संस्कृति और संस्कारों की प्रतीक भाषा है और संस्कृत अध्यापक होने के नाते गीता में निहित ज्ञान, विज्ञान और संस्कारों का प्रचार प्रसार करना हमारा कर्तव्य है, ताकि एक सुसंगठित और सुरक्षित समाज का निर्माण हो।
इस उपलक्ष्य पर निकेश कुमार, डॉ. मलकीयत सिंह राणा, अनिल कुमार, सज्जन कुमार, डॉ. अमित शर्मा, सुदेश कुमार आदि गणमान्य गीता साधकों को भी सम्मानित किया गया।