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ऊना। भारत के संविधान निर्माता बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर के सिद्धांतों और योजनाओं ने भारतीय समाज को समृद्धि और समानता की दिशा में मुडऩे का मार्ग दिखाया, देश के लिए उनका योगदान सिर्फ संविधान निर्माण तक ही सीमित नहीं था, बल्कि उन्होंने शिक्षा, रोजगार, और समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सुधार के लिए भी काम किया। यह बात उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने समूरकलां में डा. भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि के मौके पर आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में उपस्थित क्षेत्रवासियों को कही। बाबा साहेब ने विकास के लिए शिक्षा को महत्त्वपूर्ण साधन माना इसलिए उन्होंने अनेक शिक्षा संस्थानों की स्थापना की। उपमुख्यमंत्री ने हरोली रामपुर पुल के समीप बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर के नाम से एक भव्य बहु-उद्देश्शीय भवन बनाने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम में सर्वप्रथम अंबेडकर के चित्र के समक्ष श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी एससी सैल के अध्यक्ष रविकांत बस्सी के अलावा कुलविंदर कौर, रमन कुमारी, यशपाल जस्सा, बलदेव सिंह सरोया, लेखराज भारती, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रणजीत सिंह राणा, पूर्व मंत्री कुलदीप कुमार, विधायक कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र देवेंद्र कुमार भुट्टो ने भी संबोधित किया। पूर्व मंत्री कुलदीप कुमार ने कहा कि अंबेडकर को दलितों का नेता कहना उनका सबसे बड़ा अपमान है क्योंकि उनकी योग्यता और योगदान की बदोलत ही आज देश में समाज के सभी वर्गों को संवैधानिक लाभ मिल रहा है।
कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक देवेंद्र भुट्टो, चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुदर्शन बबलू, जिला परिषद सदस्य दुलैहड़ नरेश कुमारी, पूर्व विधायक गणेश दत भरवाल, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रणजीत सिंह राणा, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव विवेक शर्मा, सचिव अशोक ठाकुर, पवन ठाकुर व एडवोकेट वीरेंद्र मनकोटिया, जिला कांग्रेस कमेटी एससीसेल के अध्यक्ष रविकांत बस्सी, महासचिव नरेंद्र हीर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष कमल, जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव बलदेव सरोआ सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी तथा क्षेत्रवासी उपस्थित थे।