आवाज़ ए हिमाचल
बबलू गोस्वामी, नादौन। शिक्षा जीवन का महत्वपूर्ण अंग है, जिसके माध्यम से जीवन सरल और सुदृढ़ बनता है। समय के अनुसार शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न बदलाव स्वाभाविक हैं। नई तकनीकों व प्रविधियों का उपयोग शिक्षा के स्तर में क्रांतिकारी परिवर्तन ला रहा है। शिक्षा विभाग भी अपने नए प्रयासों से जमीनी स्तर तक परिवर्तन लाने हेतु प्रयासरत है। इसी क्रम में आधुनिकता की इस दुनिया में व्यावसायिक शिक्षा का महत्व सर्वाधिक है, जिसके लिए सरकार और शिक्षा विभाग लगातार नई-नई नीतियों का निर्धारण कर रहे हैं।
विद्यालयों में पढ़ रहे बच्चों के विभिन्न कौशलों को देखते हुए भिन्न-भिन्न विषयों में व्यावसायिक शिक्षा प्रदान की जा रही है। यह शिक्षा नवमी से 12वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं को प्रदान की जाती है, जिसके लिए शिक्षा विभाग के द्वारा छठी से आठवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं को व्यावसायिक शिक्षा केन्द्रों का नि:शुल्क भ्रमण करवाया जाता है, ताकि छात्र व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त करने के लिए उत्सुक व प्रोत्साहित रहे।
इसी क्रम में राजकीय उत्कृष्ट कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नादौन की छात्राओं ने वोकेशनल एजुकेशन के तहत टूरिज्म विषय के अध्यापक राकेश कुमार की अगुवाई में बिपाशा एजुकेशन इंस्टीट्यूशंस ऑफ आई.टी. कुठार (गगाल) का भ्रमण किया। जानकारी देते हुए संस्कृत अध्यापक आचार्य नरेश मलोटिया ने बताया कि इंस्टीट्यूट में कार्यरत कर्मचारियों के द्वारा छात्राओं को विभिन्न विभागों में विजिट करके उनके बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई, जिसमें ब्यूटी एंड वेलनेस विभाग व हेल्थ केयर विभाग प्रमुख थे। ब्यूटी एंड वेलनेस विभाग के बारे में मैडम पूनम शर्मा ने छात्राओं को प्रयोग माध्यम से संपूर्ण जानकारी प्रदान की। इन छात्राओं के साथ विद्यालय की शारीरिक अध्यापिका सविता, सुजाता शर्मा, छात्राध्यापिकाएं श्रेया, सिया व अनुष्का विशेष रूप से उपस्थित रही। प्रधानाचार्या मंजू रानी ने बताया कि इस तरह के शैक्षणिक भ्रमण छात्राओं के उत्साह वर्धन तथा भविष्य निर्माण हेतु अत्यंत आवश्यक व सहयोगी सिद्ध होते हैं। इन व्यावसायिक शिक्षा से संबंधित शैक्षणिक भ्रमणों के माध्यम से छात्राएं व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त करने हेतु प्रोत्साहित होती हैं।