आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। हिमाचल प्रदेश में क्रिप्टोकरेंसी घोटाले के मास्टरमाइंड अभिषेक को गिरफ्तार कर रविवार को शिमला जिला अदालत में पेश किया, जहां से उसे पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। अभिषेक को शनिवार देर रात दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। इस गिरफ्तारी के फौरन बाद हिमाचल प्रदेश पुलिस की विशेष जांच टीम ने छह जिलों के 41 स्थानों पर दबिश दी। इस दौरान घोटाले से जुड़े अहम दस्तावेज, हार्ड डिस्क, पेन ड्राइव, बैंक खातों की पासबुक, रसीदें आदि एसआईटी ने अपने कब्जे में लिए। एसआईटी अब तक 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
क्रिप्टो घोटाले का मास्टरमाइंड अभिषेक करीब डेढ़ महीने से पुलिस को चकमा दे रहा था। उसके दिल्ली में होने की सूचना मिलते ही पुलिस ने वहां डेरा डाला और रात को ही उसे धर दबोचा। इसके बाद एसआईटी ने रविवार को हमीरपुर में 25, कांगड़ा में 7, बिलासपुर में 4, मंडी-कुल्लू में दो-दो और सोलन में एक जगह दबिश दी। अभिषेक के घर पर भी छापे मारकर घोटाले से जुड़े अहम दस्तावेज जुटाए गए हैं। पुलिस ने दबिश के दौरान कई गाड़ियों को भी सीज किया है। इसके अलावा इन गाड़ियों की रजिस्ट्रेशन को भी जांचा जा रहा है। ये सभी महंगी गाड़ियां है। एसआईटी का दावा है कि क्रिप्टोकरेंसी ठगी मामले का मास्टरमाइंड अभिषेक है। अभी आरोपी सुभाष को मास्टरमाइंड बताया जा रहा था। आरोपी सुभाष अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। इसके दुबई में छिपे होने की सूचना है।
तीन कर्मचारियों समेत 4 के घर पर छापे
क्रिप्टोकरेंसी ठगी मामले में बिलासपुर जिले के चार स्थानों पर पुलिस ने एक साथ दबिश दी। पुलिस की विशेष टीमों ने संपत्ति के दस्तावेज, हार्ड डिस्क सहित कई इलेक्ट्रॉनिक गैजट जब्त किए हैं। जिनके घरों में छापे मारे गए, उनमें वन विभाग के तीन कर्मचारी, एक अधिकारी और एक अन्य शामिल है। क्रिप्टोकरेंसी के मामले में एसआईटी की टीम ने ऊना जिला पुलिस के सहयोग से ऊना शहर से सटी रक्कड़ कालोनी और गगरेट के ओयल में दबिश दी। इस दौरान दो आरोपियों के घरों की तलाशी ली गई और मोबाइल फोन, लैपटॉप, कंप्यूटर, बैंक डिटेल संबंधित दस्तावेज जब्त कर लिए गए। इस मामले में आरोपियों में एक जेबीटी अध्यापक भी शामिल है। ऊना में एक अन्य आरोपी को एसआईटी ने गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा कि गिरफ्तार किए आरोपी के खिलाफ पहले से जांच चल रही थी और पुख्ता सबूत मिलने के बाद उसे गिरफ्तार लिया गया।