अब तक 2069 छात्रों को मिली नौकरी
आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। बदलते परिवेश के साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी बदलाव आया है। सूचना प्रौद्योगिकी के बढ़ते उपयोग से इस क्षेत्र से संबंधित नए पाठ्यक्रम शुरू करना समय की मांग है। वर्तमान प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के दूरदर्शी नेतृत्व में शिक्षा क्षेत्र में अत्याधुनिक पाठ्यक्रम शुरू करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री का मानना है कि आधुनिक व भविष्योन्मुखी विषयों से संबंधित शिक्षा से युवाओं को रोजगार व स्वरोजगार से जोडऩे में मदद मिलेगी। इसी का परिणाम है कि वर्ष 2023-24 के दौरान राज्य के 17 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में आधुनिक प्रासंगिक व्यवसायों की 19 इकाइयां शुरू की गई हैं। इनमें आईटीआई रैल, ऊना, पालमपुर, शाहपुर और नगरोटा बगवां में इंटरनेट ऑफ थिंग्स टेक्निशियन विषय शुरू किया गया है।
आईटीआई रैल, पंडोगा, नाहन, गरनोटा और प्रगतिनगर में मैकेनिक इलेक्ट्रिकल व्हीकल, आईटीआई घुमारवीं एवं अर्की में फाइबर टू होम टेक्निशियन, आईटीआई सुन्नी व शाहपुर में टेक्निशियन मैट्रोनिक्स, आईटीआई जुब्बल, सुंदरनगर, शमशी और बालकरूपी में सौर टेक्निशियन तथा आईटीआई नालागढ़ में मैंटेनेंस मैकेनिक की इकाइयां शुरू की गई हैं। हाईड्रो इंजीनियरिंग महाविद्यालय बंदला में कम्प्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग, बहुतकनीकी संस्थान रोहड़ू में कम्प्यूटर इंजीनियंरिग एवं आईईओटी डिप्लोमा कोर्स तथा राजकीय बहुतकनीकी संस्थान चंबा में मेक्ट्रोनिक्स डिप्लोमा कोर्स शैक्षणिक सत्र 2023-24 से आरंभ कर दिए गए हैं। यही कारण है कि विभिन्न औद्योगिक इकाइयों में 2069 छात्रों को रोजगार मिला है।
सेमीकंडक्टर-रोबोटिक ट्रेनिंग को बाहर जा रहे छात्र
राजकीय बहुतकनीकी संस्थानों के 38 बच्चों तथा इंजीनियरिंग कालेजों व बहुतकनीकी संस्थानों के 20 संकाय को आईआईटी मंडी में एक सप्ताह का रोबोटिक प्रशिक्षण प्रदान किया गया। राजकीय इंजीनियरिंग कालेजों के 20 संकाय को सेमीकंडक्टर ईको सिस्टम के लिए आईआईटी रोपड एवं दिल्ली भेजा गया है। बहुतकनीकी एवं इंजीनियरिंग के दस संकाय एवं दस छात्र-छात्राओं को भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान ऊना में पांच दिन के मशीन लर्निंग एवं एप्लीकेशन में आधुनिक विकास कोर्स के लिए भेजा गया।