आवाज ए हिमाचल
18 जनवरी।हिमाचल प्रदेश में सड़क जागरूकता अभियान का आगाज हो गया है। इस संबंध में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोमवार को शिमला में सड़क सुरक्षा माह का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा दुर्घटनाओं की संभावना वाले क्षेत्रों में ब्लैक स्पॉट पहले चिन्हित किए जाएं। हादसा होने के बाद चिन्हित न किए जाएं। लोक निर्माण विभाग, परिवहन और पुलिस महकमे के बीच आपसी तालमेल हों। हादसा घटित होने के बाद ही यह हरकत में न आएं। उन्होंने कहा सड़कों को दुरुस्त करन के लिए विभागों, अधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी। जागरूकता अभियान को गांवों- गांवों तक पहुंचाया जाएगा।जीवन बचाने से जुड़े इस अभियान को हर वर्ग तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने हिमाचल पथ परिवहन निगम की पहली बस चालक सीमा ठाकुर, ट्रक चालक पूनम नेगी को भी समेत उन सभी लोगों को सम्मानित किया, जिन्होंने सड़क दुर्घटना में घायल हुए लोगों को अस्पताल पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई । मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र ने मोटर व्हीकल एक्ट में संशोधन कर ऐसे लोगों का मनोबल बढ़ाया है। अब इनसे न तो डॉक्टर पूछताछ करेंगे और न ही पुलिस।
पहले ऐसे लोग कानूनी औपचारिकताओं के डर से मदद करने आगे नहीं आते थे। लेकिन अब संशोधन से सड़क पर कराह रहे व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाना आसान होगा। पहले सड़क सुरक्षा को लेकर एक सप्ताह का अभियान चलाया जाता था। अब ये एक महीने तक चलाया जाएगा। गौरतलब है कि दैनिक जागरण पहले ही जागरूकता अभियान चला चुका है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने साइकिल रैली को भी रवाना किया।
सड़क सुरक्षा, जीवना रक्षा अभियान का अतिरिक्त उपायुक्त ने किया शुभारंभ
नेशनल रोड सेफ्टी मंथ के तहत धर्मशाला में सड़क सुरक्षा, जीवन रक्षा अभियान का शुभारंभ अतिरिक्त उपायुक्त राहुल ने किया। यह अभियान जिलाभर में 17 फरवरी तक चलेगा। इस मौके पर उन्होेंने मौजूद लोगों को सड़क सुरक्षा नियमों की पालना करने के लिए प्रेरित किया। दोपहिया वाहन चालकों की जागरूकता रैली को भी हरी झंडी दिखाई। इसके साथ ही मोटरसाइकिल चालकों को निशुल्क हेलमेट भी वितरित किए गए। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घठनाओं में कई लोगों की बेवजह जानें चली जाती हैं। कई बार तो घर का इकलौता चिराग बुझ जाने से पूरा परिवाह ही घनघोर दुखों में पड़ जाता है। इसलिए जरूरी है कि दोपहिया चलाते वक्त हेलमेट का प्रयोग करें और सीट बेल्ट का प्रयोग करें। आरटीओ संजय धीमान ने बताया कि यह अभियान 17 फरवरी तक चलेगा। जिसमें प्रशासन एचआरटीसी व पुलिस के साथ मिलकर भी इस अभियान को आगे बढ़ाएगा।