आवाज़ ए हिमाचल
हांगझाउ। भारत के रोहन बोपन्ना और रुतुजा भोसले ने एशियाई खेलों में टेनिस मिश्रित युगल टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। भारतीय जोड़ी ने शनिवार को चीनी ताइपे के सुंग-हाओ हुआंग और एन शुओ लियांग की जोड़ी को 2-6, 6-3, (10-4) से हराकर भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता। चीनी ताइपे की जोड़ी को हराने के लिए बोपन्ना और भोसले ने एक घंटे 14 मिनट का समय लिया। एशियन गेम्स में बोपन्ना का यह दूसरा स्वर्ण पदक है। इससे पहले एशियन गेम्स में रोहन बोपन्ना ने अपना पहला टेनिस फाइनल खेलते हुए जकार्ता 2018 में पुरुष युगल का स्वर्ण पदक जीता था। हालांकि हांगझाउ में रोहन बोपन्ना और उनके पुरुष युगल साथी युकी भांबरी राउंड ऑफ 16 से आगे नहीं बढ़ सके।
गौरतलब है कि एशियन गेम्स 2023 टेनिस के पहले राउंड में भारत की मिश्रित जोड़ी को बाई मिला था। दूसरे राउंड में उन्होंने उज़्बेकिस्तान के अकगुल अमानमुराडोवा-मक्सिम शिन को 6-4, 6-2 से हराने के बाद राउंड ऑफ 16 में अयानो शिमिजु-शिनजी हजावा को 6-3, 6-4 से हराया था। रोहन बोपन्ना और रुतुजा भोसले ने टेनिस के मिश्रित युगल क्वार्टरफाइनल में झिबेक कुलम्बायेवा-ग्रिगोरी लोमाकिन की कज़ाकिस्तान की जोड़ी को 7-5, 6-3 से शिकस्त देकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी, जहां उन्होंने चीनी ताइपे के हाओ-चिंग चान और यू-सिउ सू को 6-1, 3-6, (10-4) से हराकर फाइनल तक का सफऱ तय किया।