आवाज़ ए हिमाचल
नई दिल्ली। खालिस्तानियों के खिलाफ भारत सरकार ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। केंद्र सरकार ने जांच एजेंसियों को खालिस्तान समर्थक आतंकी और उनके शुभचिंतकों के खिलाफ बड़ा एक्शन लेने को कहा है। देश के बाहर बैठे खालिस्तानी आतंकियों के खिलाफ कदम उठाते हुए भारत में प्रवेश को रोकने के लिए जांच एजेंसियों को निर्देश दिए गए हैं। भारत सरकार ने संबंधित अधिकारियों को अमरीका, ब्रिटेन, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में सभी खालिस्तानी आतंकवादियों की पहचान कर उनके ओसीआई कार्ड रद्द करने और भारत में उनके प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया है। इसके अलावा भारत में उनकी संपत्तियों और उनके शुभचिंतकों की संपत्तियों और बैंक खातों की भी पहचान कर उन्हें जल्द से जल्द जब्त करने को भी कहा है। दरअसल, विदेश में बैठकर खालिस्तान समर्थक अपना एजेंडा चलाते हैं और भारत में जबरन वसूली और अवैध शराब के व्यापार से पैसा कमाकर लोगों को भारत के खिलाफ ही उकसाने का काम कर रहे हैं। खास बात ये है कि इनके पास ओसीआई कार्ड होता है, जिसकी वजह से इनके भारत आने-जाने पर रोक नहीं लगती, लेकिन अब सरकार ने इनके कार्ड भी रद्द करने के निर्देश दे दिए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने कहा है कि इस कदम से सरकार को भारत से इन आतंकवादियों की वित्तीय मदद रोकने में मदद मिलेगी।
उधर, एनआईए ने खालिस्तानी समर्थकों की नई लिस्ट जारी की है। अमरीका, ब्रिटेन, कनाडा, यूएई, पाकिस्तान और अन्य देशों में रह रहे 19 फरार खालिस्तानी आतंकवादियों की पहचान की है। इसमें ब्रिटेन में परमजीत सिंह पम्मा, कुलवंत सिंह मुथड़ा, सुखपाल सिंह, सरबजीत सिंह बेनूर, कुलवंत सिंह उर्फ कांता, गुरमीत सिंह उर्फ बग्गा, गुरप्रीत सिंह उर्फ बाघी, एस. हिम्मत सिंह, अमरीका में जेएस धालीवाल, अमरदीप सिंह पुरेवाल, हरजाप सिंह उर्फ जप्पी दिंघ और हैरियट सिंह उर्फ राणा सुंघ, पाकिस्तान में वाधवा सिंह उर्फ बब्बर चाचा,दुपिंदर जीत, रणजीत सिंह नीता, यूएई में जैस्मीन सिंह हकीमजादा, ऑस्ट्रेलिया में गुरजंत सिंह ढिल्लों, यूरोप और कनाडा में जसबित सिंह रोडे और जतिंदर सिंह ग्रेवाल शामिल हैं।