आवाज ए हिमाचल
15 जनवरी। प्रदेश में बढ़ रहे बर्ड फ्लू की संभावनाओं को देखते हुए पशु पालन विभाग सतर्क हो गया है। जिले में किसी भी पक्षी की मौत के मामले पर महकमे की टीमें लगातार नजर रखे हुए हैं। खासकर अब कौवे व मुर्गियों की बहुत संख्या में मौत पर विशेष नजर रखी जा रही है। अब महकमे की ओर से जिले में कौवे व मुर्गियों की पांच से अधिक मौत होने पर वहीं से सैंपल लिए जाएंगे।
जिले में कई जगह इक्का दुक्का पक्षियों की मौत को लेकर लोगों में दहशत को लेकर पशु पालन महकमे ने साफ किया है कि ऐसे मामलों में लोग सतर्क रहें। इसमें भयभीत होने वाली कोई बात नहीं है। अधिक संख्या में ऐसे पक्षियों की एकसाथ मौत पर ही उनमें बर्ड फ्लू की संभावना हो सकती है। पशु पालन महकमे के उप निदेशक डा. जय सिंह सेन ने स्पष्ट किया है कि जहां एक साथ अधिक पक्षियों की मौत हो रही है वहां महकमे की ओर से बनाई गई टीमें पहुंचकर सैंपल जुटा रही हैं। अभी तक जिले में किसी भी पक्षी में बर्ड फ्लू की संभावना नहीं देखी गई है।
जिले में पिछले तीन दिनों में कई जगह कबूतर और अन्य पक्षियों की मौत की घटनाएं भी सामने आई हैं। इनमें खासकर समूरकलां में एक साइबेरियन पक्षी की मौत भी शामिल हैं। यह पक्षी किसी वाहन से टकराकर समूरकलां गांव के समीप हाई-वे पर पड़ा था। इससे लोगों में भय का माहौल बन गया था। इसे पशु पालन महकमे ने सामान्य घटना करार दिया है। ऐसे ही मैहतपुर में भी एक कबूतर सड़क पर ही किसी वाहन से टकराकर मरा था। ऐसे मामलों को लेकर लोगों को दहशत में आने की जरूरत नहीं है।
जिले के गोविंदसागर झील के किनारे के पोल्ट्री फार्म व अम्ब और चिंतपूर्णी क्षेत्र के पोल्ट्री फार्मों पर पशु पालन महकमे की सर्विलांस टीमें नजर रख रही हैं। ऐसी टीमों द्वारा लगातार इन क्षेत्रों की पोल्ट्री फार्मों के संचालकों के साथ भी संपर्क बना हुआ है। ऐसे में एक साथ अधिक मुर्गियों की मौत होने के बाद उसकी सूचना भी महकमे को बराबर मिल रही है।जिले में एक साथ अधिक पक्षियों की मौत जिस क्षेत्र में भी हो रही है वहां महकमे की टीमें तुरंत एक्शन में आकर आंकड़े जुटा रही हैं। ऐसे में वहां के सैंपल भी लिए जा रहे हैं। सैंपलिंग के लिए पूरी तरह से तैयारी की गई है।