आवाज़ ए हिमाचल
कोहली, शाहपुर। जनाब हमे नगर पंचायत से बाहर किया जाए, हम पंचायत में ही खुश थे। कर का बोझ हमसे नहीं झेला जाता। ये बात नगर पंचायत शाहपुर के वार्ड सात (मझियार और सारणू ) के लोगों ने नरेश राणा की अध्यक्षता में उपमंडल अधिकारी शाहपुर करतार चंद को एक ज्ञापन के माध्यम से कही। इसको लेकर लाल सिंह, रमेश कुमार, उर्मिला, शांति, सनेहलाता, विकास, विशाल, वीना देवी, राजकुमारी, इंदिरा देवी, तृप्ता देवी, हेमराज, गायत्री देवी, विमला देवी, जोगिंद्र सिंह, करतार चंद आदि का कहना है, कि वह पंचायत में ही खुश थे। नगर पंचायत में विलय से पहले इस प्रकार के करो का बोझ नही था। उन्होंने कहा कि यदि भविष्य में कोई कर लगता है तो हमे नगर पंचायत से बाहर कर दिया जाए। लोगों का कहना है कि यह नगर पंचायत शाहपुर का ग्रामीण क्षेत्र है और अधिकतर लोग पिछड़ा वर्ग व अन्य समुदाय से हैं। यहां आय का कोई साधन नहीं है और लोग खेती पर निर्भर हैं। उन्होंने कहा कि बहुत से परिवार दिहाड़ी- मजदूरी करते हैं और बहुत मुश्किल से अपने परिवार की आजीविका कमा रहे हैं। आय दिन नगर वासियों पर कई तरह के कर लगाए जा रहे हैं। लोगों की जानकारी के लिए नगर पंचायत सचिव को कोरम बुलाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह तो अभी टैक्स की शुरुआत है भविष्य में यह कितनी प्रकार के होंगे कोई नही जानता। उन्होंने कहा कि वार्ड 2, 3 और 4 के लोगों ने भी इसके विरोध में आवाज उठाई है।
जनता पर कोई भी टैक्स लगाने से पहले निर्वाचित पार्षदों का कर्तव्य है कि अपने वार्डों की जनता की सहमति प्राप्त करे। वार्ड सात के सारनू और मझियार के लोगों ने कहा कि लोगों की गरीब और ग्रामीण पुष्ट भूमि को ध्यान में रखते हुए वह भविष्य में इस प्रकार के कर का भुगतान करने के लिए असमर्थ हैं।