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अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर। राजकीय प्राथमिक केंद्र पाठशाला रौड़ा में प्री प्राइमरी कक्षाओं को पढ़ाने वाले अध्यापकों की खंड स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन दिनांक 31अगस्त से 3 सितंबर तक किया गया। डायट जुखला की ओर से आयोजित पांच दिवसीय कार्यशाला के प्रथम बैच में खंड सदर के 46 अध्यापकों ने यह प्रशिक्षण प्राप्त किया। कार्यशाला में प्री प्राइमरी शिक्षकों को खेल-खेल में बच्चों को पढ़ाने का प्रशिक्षण दिया गया बच्चों का शारीरिक, सामाजिक, भाषाई, बौद्धिक भावनात्मक और सृजनात्मक विकास करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया। अध्यापकों द्वारा बच्चों के लिए शिक्षण सामग्री तैयार की गई और बच्चों के साथ उसका उपयोग कैसे किया जाए इस पर चर्चा की गई। डायट की ओर से जिला समन्वयक संजय शामा ने अध्यापकों से आग्रह किया कि वह अभिभावकों को ज्यादा संख्या में सरकारी स्कूलों में बच्चों को प्री प्राइमरी कक्षाओं में भर्ती करवाने के लिए प्रेरित करें। इस कार्यशाला में समुदाय को स्कूलों के साथ जोड़ने के लिए सामुदायिक सहभागिता बढ़ाने के लिए बच्चों के विकास में माताओं की सहभागिता बढ़ाने के लिए मदर गुप्त बनाने तथा उनका सहयोग कैसे लिया जाए, समुदाय से स्कूलों के लिए कैसे संसाधन जुटाने हैं, आंकलन कैसे करना है, पोर्टल पर कैसे भरना है तथा डैशबोर्ड कैसे देखना है आदि विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई।
कार्यशाला के समापन अवसर पर खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी खंड सदर श्रीमती रूमा चंदेल जी ने शिरकत की इस अवसर पर उन्होंने अध्यापकों को संबोधित करते हुए कहा कि इस पांच दिवसीय कार्यशाला में जो भी आपने यहां प्रशिक्षण प्राप्त किया है उसे पाठशाला में बच्चों के चहूंमुखी विकास के लिए ईमानदारी से लागू करें। इस अवसर पर रिसोर्स पर्सन के रूप में श्री नरेंद्र कुमार जी वह श्री महेंद्र जी तथा प्रथम संस्था से सोनिया कुमारी खंड स्त्रोत कार्यालय से श्री मनजीत जी उपस्थित रहे।