आवाज़ ए हिमाचल
नई दिल्ली। भारतीय आंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (ISRO) ने चांद पर छलांग लगाने के बाद एक और सफल उड़ान भरी है। 2 सितंबर की सुबह 11ः50 बजे सूर्य यान मिशन के तहत आदित्य L1 को लॉन्च कर दिया है। बता दें कि मिशन की कामयाबी को लेकर इसरो की टीम मिशन का मॉडल लेकर मंदिर भी पहुंची थी। तिरुमला स्थित वेंकटेश्वर मंदिर में आदित्य L1 की सफल लॉन्चिंग की कामना को लेकर विशेष पूजा-अर्चना की गई थी।
शनिवार को आंध्र प्रदेश स्थित श्रीहरिकोटा स्पेस सैंटर से आदित्य एल1 का लॉन्च किया गया। सब कुछ तय कार्यक्रम के मुताबिक हुआ। पहले से तय समय पर सूर्ययान को मिशन के लिए प्रक्षेपित किया गया। आपको बता दें कि ये मिशन भारत के लिए काफी अहम है। समूची दुनिया की नजरें मिशन पर टिकी हुई हैं। ये मिशन सूर्य को लेकर कई राज खोल सकता है। कुल मिलाकर चांद के दक्षिणी ध्रुव पर ऐतिहासिक लैंडिंग के बाद इसरो ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। L1 प्वाइंट पर पहुंचने के लिए आदित्य को 109 दिन लगेंगे।
आदित्य L1 का वजन 1480.7 किलो है। लॉन्चिंग के तकरीबन 63 मिनट बाद रॉकेट से आदित्य एल1 का स्पेस क्राफ्ट अलग हो जाएगा। वैसे तो आदित्य को 25 मिनट में ही रॉकेट कक्षा में पहुंचा चुका है। भारत के इस मिशन को लेकर एक खगोल वैज्ञानिक सोमक राय चौधरी कह चुके हैं कि सूर्य मिशन की क्षमता विज्ञान के क्षेत्र में बड़ा चमत्कार है। उधर, आदित्य एल1 की सफल उड़ान से समूचे भारत में खुशी की लहर है।