आवाज़ ए हिमाचल
मंडी। पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को थुनाग में मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रदेश सरकार आपदा में झूठे दावे व आंकडों से जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रही है। जमीनी हकीकत यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों में अभी सैंकड़ों संपर्क मार्ग बाधित हैं। प्रदेश के सभी प्रमुख मार्गों पर वाहनों की आवाजाही ठप्प पड़ी हुई है। सेब व सब्जी का सीजन पूरे यौवन पर है। सड़क मार्ग बंद होने से किसान व बागवान अपने उत्पाद मंडियों तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं। सब्जी खेतों और सेब बगीचों में सड़ना शुरू हो गए हैं। चंडीगढ़-मनाली राजमार्ग पर वाहन मालिकों को खराब सब्जी व सेब नदी नालों में फैंकने पड़ रहे हैं क्योंकि वाया पंडोह और वाया कटौला मार्ग कई दिनों से बंद हैं। कई गांवों में बिजली, पानी नहीं है। राशन की भी किल्लत हो गई है। प्रदेश में ये स्थिति सामान्य नहीं बल्कि गंभीर है।
जयराम ने कहा कि आपदा से निपटने के लिए 9 से 5 बजे तक काम का तरीका सही नहीं है। इसके लिए दिन-रात युद्धस्तर पर काम होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह विपक्ष के नेता होने के नाते सवाल नहीं उठा रहे हैं बल्कि सरकार से आग्रह कर रहे हैं कि जमीनी हकीकत को देख शीघ्र कारगर कदम उठाए जाएं। प्रदेशभर में हजारों की संख्या में लोग अपना घर छोड़ अन्य स्थानों पर शरण करने को विवश हुए हैं। हजारों की संख्या में लोग असुरक्षित स्थानों पर रह रहे हैं। ऐसे में सरकार को उनके पुनर्वास के लिए शीघ्र कदम उठाने चाहिए।
कुल्लू-मनाली को जोड़ने के लिए प्रयास तेज करने चाहिए
जयराम ने कहा कि कुल्लू-मनाली को जोड़ने के लिए प्रयास तेज करने चाहिए ताकि अस्त-व्यस्त जनजीवन दोबारा पटरी पर लौट सके। सड़क मार्ग अगर जल्द बहाल नहीं हुआ तो इसका असर पर्यटन पर पड़ने से होटल इंडस्ट्री को भारी नुक्सान पहुंचेगा। मनाली हमारा अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल है। यहां तक सड़कें बंद होने से होटल बंद पड़े हैं और स्थानीय लोगों के रोजगार पर भी इसका असर पड़ रहा है। इससे पहले उन्होंने अधिकारियों से बैठक कर चेताया कि वह राहत एवं बचाव कार्यों में भेदभाव न करें। भाजपा पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए है।