आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। प्रदेश में क्रिप्टो करंसी के नाम पर डीजीटी कॉईन के जरिए पैसा डबल करने के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपए का फ्रॉड करने का मामला अब दिल्ली पहुंच गया है। जाली क्रिप्टो करंसी के झांसे में लेकर लोगों से करोड़ों रुपए का घोटाला करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर मंडी जिला के पीडि़त लोग सामाजिक न्याय और अधिकारिता केंद्रीय राज्य मंत्री से मिलने दिल्ली पहुंचे। पीडि़त लोगों ने केंद्रीय राज्य मंत्री को शिकायत पत्र देकर बताया कि हिमाचल में 2019 से चल रहे जाली क्रिप्टो करंसी के जरिए करोड़ों रुपए ऐंठने वाले कंपनी के मालिक सुभाष, हेमराज, सुखदेव, अभिषेक व इस कंपनी में शामिल अन्य बेनाम जालसाजों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। प्रदेश से राकेश, नीलम, सौरभ, बलवंत, विनोद, अजीत, सुरेंद्र, ने सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले से मुलाकात की।शिकायतकर्ताओं ने केंद्रीय राज्य मंत्री को आपबीती सुनाते हुए बताया कि किस तरह उपरोक्त कंपनी के मालिकों ने हिमाचल की भोली भाली जनता को झांसे में लिया और करोड़ों रुपए ठगे। पीडि़त लोगों ने बताया कि लगभग सभी जिलों के लोगों ने अपने जिला एसपी व पुलिस थानों में शिकायतें दर्ज करवाई हैं। शिकायत पत्र में न्याय की गुहार लगाते हुए पीडि़तों ने इनसे लूटा हुआ पैसा वापस दिलवाने व आरोपियों के खिलाफ कारवाई करने की मांग की। मामले की गहनता को देखते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास आठवले ने शिकायत पत्र स्वीकार करते हुए प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री से इस मामले में उचित जांच व कार्रवाई करने हेतु पत्र जारी किया है।
गौर हो कि मंडी जिला के कुछ शातिर लोगों ने 11 माह में राशि डबल करने के झांसे में लोगों को फंसा कर करोड़ों का फ्रॉड किया है। शातिरों ने डीजीटी कॉईन के जरिए करिप्टो करंसी के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपए की इनवेस्टमेंट करवाई है। क्रिप्टो करंसी के करोड़ों के इस स्कैम में मास्टर माइंड मंडी जिला के तीन लोग बताए जा रहे हैं। प्रदेश के कांगड़ा, मंडी, हमीरपुर और ऊना जिला में डीजीटी कॉईन में पैसा लगाया है। ठगी का शिकार हुए पीडि़त लोगों ने प्रदेश सरकार सहित केंद्र सरकार एवं पुलिस प्रशासन से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।