आवाज़ ए हिमाचल
धर्मशाला। जिला मुख्यालय धर्मशाला के साथ लगती बरवाला पंचायत के घियाना कलां में गत दो अगस्त को एक ही परिवार के छह सदस्यों के खाना खाने के बाद एक साथ गंभीर अवस्था में टांडा मेडिकल कालेज में पहुंचने के मामले में अधिवक्ता सहित उनकी पत्नी व पिता की भी मौत हो गई है, जिसमें पिता महिंद्र 75 वर्ष व उनकी पत्नी सुमन की जान भी नहीं बच पाई है, जबकि 70 वर्षीय माता सुदर्शना भी गंभीर अवस्था में टांडा में वेटिलेंटर पर हैं। एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत से समस्त क्षेत्र सन्न हो गया है, जबकि दो बच्चे सुरक्षित हैं, जो कि खतरे से बाहर हैं, लेकिन उन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। घियाना कलां में रहस्मयी तरीके से खाने के बाद सामने आए इस मामले में दो सप्ताह बाद भी पुलिस विभाग, स्वास्थ्य विभाग व अन्य संबंधित विभाग पूरी तरह से खाली हाथ ही हैं। अब तक खाने की रिपोर्ट में नोर्थ जोन फोरेंसिक लैब से आने का इंतजार है, जबकि बिसरे की रिपोर्ट आने में समय लगता है। ऐसे में परिजन व स्थानीय लोग भी सवाल उठा रहे हैं कि आखिर खाने में ऐसा क्या पदार्थ था, जिसमें एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो चुकी है, जबकि बुजुर्ग 70 वर्षीय महिला भी गंभीर हालत में है। एएसपी कांगड़ा बीर बहादुर सिंह ने बताया कि मामले को लेकर संबंधित पुलिस अधिकारियों की ओर से जांच पड़ताल की जा रही है। उन्होंने बताया कि खाने व बिसरे की रिपोर्ट आना बाकि हैं, जिसके आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जाएगा।
सीएमओ कांगड़ा डा. सुशील शर्मा ने बताया कि घियाना कलां के एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि टांडा मेडिकल कॉलेज में एक महिला का उपचार चल रहा है। उन्होंने बताया कि विभाग की फूड प्वाईजनिगं व पानी के सैंपल सही पाए गए थे। ऐसे में खाने व बिसरे को लेकर पुलिस जांच कर रही है। गौरतलब है कि खिचड़ी और दाल-चावल खाने से धर्मशाला के साथ लगते घियाना कलां के रहने वाले अधिवक्ता अर्नीश की मौत हो गई थी। इसके साथ ही अब परिवार के दो अन्य सदस्यों की भी मौत हो गई है। एक परिवार के छह लोगों को खिचड़ी व दाल चावल खाने के बाद तबीयत खराब पर बुधवार दो अगस्त की रात को टांडा मेडिकल कालेज में आईसीयू मेंं उपचार के लिए भर्ती किया गया था।