धारकंडी का बेटा बना सब इंस्पेक्टर, गांव रिडकमार में खुशी की लहर

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आवाज ए हिमाचल

तरसेम जरयाल, धारकंडी। अगर मन में सच्ची लगन और पक्का इरादा हो तो मंजिल तक पहुंचने में देर नहीं लगती। ऐसा ही गांव रिडकमार से सेवानिवृत्त वीर सैनिक उत्तम सिंह के बेटे पंकज कुमार ने करके दिखाया है। कहते है न मन कुछ कर गुजरने का जज्बा, जोश, और जनून हो तो इंसान कोई भी मुकाम हासिल कर सकता हैं। पंकज ने बिना किसी कोचिंग लिए बगैर घर बैठे ऑनलाईन यूट्यूब व किताबें पढ़कर कड़ी मेहनत के बूते परीक्षा पास कर सब इंस्पेक्टर बनने की कामयाबी पाई है। उन्होंने मन में पक्का इरादा लेकर यह सोचा था कि वह डिफेंस में अधिकारी बनकर देश की सेवा करेगा। पहले ही प्रयास में उसका सपना पूरा हुआ। पिछले कल कर्मचारी चयन आयोग (SSC) ने दिल्ली पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) में सब-इंस्पेक्टर भर्ती 2022 के लिए पेपर-II का रिजल्ट जारी कर दिया है, पेपर-II का आयोजन 02 मई 2023 को किया गया था। बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स से बतौर एएसआई वीर सैनिक सेवानिर्वित उत्तम सिंह के बेटे पंकज की इस कामयाबी से गांव रिडकमार में खुशी का माहौल है। घर परिवार से लेकर गांव के साथ साथ समस्त धारकंडी में भी खुशी का माहौल है। बतौर सब इंस्पेक्टर की परीक्षा उत्तीर्ण कर धारकंडी पंकज ने इतिहास रच दिया है। जैसे ही रिजल्ट लिस्ट जारी हुई तो पंकज को बधाई देने के लिए पड़ोसियों व रिश्तेदारों का तांता लग गया। बेटे के सब इंस्पेक्टर बनने से पिता उत्तम सिंह व माता उषा देवी की खुशी का भी ठिकाना नहीं है। पंकज के पिता उत्तम सिंह ने बताया कि पंकज का शुरू से ही लक्ष्य था कि वह पढ़ लिख कर देश की सेवा करें। उनकी सफलता की सूचना पर जहां परिजन गदगद हैं वहीं गांव में जश्न का माहौल है

उन्होंने इस उपलब्धि को पाकर समूचे धारकंडी क्षेत्र का नाम रोशन किया है। गांव रिडकमार निवासी 24 वर्षीय पंकज कुमार ने प्रारंभिक शिक्षा वंशिका पब्लिक स्कूल दारिणी और 12वीं तक कि पढ़ाई सीनियर सेकेंडरी स्कूल शाहपुर से की है। 12वीं के बाद मैकेनिकल इंजीनियर में 2 साल का डिप्लोमा उसके बाद इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी (IGNOU) से वी० ए० की पढ़ाई उत्तीर्ण की, और फिर अपने सपने को साकार करने के लिए घर पर ही रह कर नौकरी के लिए तैयारी करने में डट गया। इस दौरान वह कोचिंग के लिए कहीं बाहर भी नही गया उन्होंने ऑनलाइन ही पढ़ाई करके अपनी मंजिल तय की। परीक्षा पास करने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की थी। उनका एक ही सपना था कि वह अपनी मेहनत से किसी बड़े पद पर नौकरी प्राप्त करे। परिवार के लोगों ने भी उनका पूरा सहयोग किया। जब भी उन्हें जरूरत पड़ी परिवार उनके साथ खड़ा रहा और उन्हें परीक्षा की तैयारी करने में हर प्रकार से मदद की। पंकज ने कहा कि मेरा सुरक्षा बल में जाना हमेशा से एक सपना रहा है जो अब साकार हो गया हैं । मुझे देश की सेवा करने का मौका मिला है ,इसे पूरी शिद्दत के साथ निभाउंगा । इन्होंने अपने चयन से साबित किया हैं कि परिस्थितियां चाहे कैसी भी हो, यदि व्यक्ति कुछ करने की जिद्द कर ले तो उसे जुनून एवं संघर्ष की बदौलत पूर्ण किया जा सकता हैं । बशर्ते है कि आप इसे सकारात्मक तरीके से ले।

पंकज के माता उषा देवी पिता उत्तम सिंह

पंकज ने अपनी सफलता का श्रेय दादा स्व० खजाना राम, दादी रतो देवी, और नानी स्व० लीला देवी, नाना स्व० पूरन चंद और पिता उत्तम सिंह, माता उषा देवी और करीबी दोस्त वन रक्षक रविंद्र कुमार को दिया है। कहा कि माता-पिता ने कदम-कदम पर साथ दिया। जिसके बाद आज यह सफलता हाथ लगी है। उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से इस मुकाम को हासिल कर लिया है। पंकज अभी अविवाहित हैं। पिता वीएसफ़ से सेवानिवृत्त है, इनकी माता उषा देवी हाउसवाइफ हैं और बहन नेहा वीएससी तक पढ़ी हैं। छोटी बहन प्रियंका धर्मशाला कॉलेज से हॉस्पिटैलिटी एन्ड टूरिज़्म में पढ़ाई कर रही हैं और बड़ी बहन दर्शना कि शादी हो चुकी हैं। पंकज ने कहा कि माता पिता के बाद इन्होंने सफलता का श्रेय उनके करीबी दोस्त वन रक्षक रविन्द्र कुमार को दिया है जिन्होंने इनका हर पल बढ़चढ़कर साथ दिया हैं। और उन्हें इस मुकाम तक पहुंचने के लिए प्रोत्साहित किया हैं।

रविन्द्र कुमार वन रक्षक, इन्होंने पंकज को प्रेरित किया

पंकज के चयनित होने पर उनके बड़ी बहन दर्शना व जीजा तरसेम जरयाल खुशी जाहिर करते हुए उन्हें बधाई दी है। और कहा कि धारकंडी का जब भी कोई भी बेटा – बेटी इस तरह की बड़ी उपलब्धि हासिल करते है तो इससे युवाओं को भी प्रेरणा मिलती हैं। गांव के लोगों को फख्र है कि इस परिवार ने इस गांव में जन्म लिया है और देश सेवा करके इस इलाके का भी नाम रोशन कर रहे हैं.

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