: यूनियन प्रदेश संगठन सचिव अश्वनी ठाकुर के नेतृत्व में निकाली गई रोष रैली
: पुरानी पेंशन बहाल ना होने को लेकर निकाली भड़ास
आवाज ए हिमाचल
नूरपुर। राज्य विद्युत कर्मचारी यूनियन ने विद्युत मंडल नूरपुर के प्रांगण में हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत कर्मचारी यूनियन व पावर एसोसिएशन, ज्वाइंट फ्रंट के आवाहन पर विद्युत मंडल नूरपुर में सैकड़ों कर्मचारियों ने कर्मचारी यूनियन के राज्य संगठन सचिव अश्विनी ठाकुर की अध्यक्षता में रोष प्रदर्शन किया। इस अवसर पर यूनियन में पिछले 30 वर्षों से कर्मचारी यूनियन के भिन्न-भिन्न पदों पर कार्य कर रहे कर्मचारी नेता और आज की तारीख में कर्मचारी यूनियन के केंद्रीय सलाहकार समिति सदस्य पवन मोहल् विशेष तौर पर उपस्थित रहे।यूनियन के राज्य संगठन सचिव अश्विनी ठाकुर व मेंबर ऑफ एडवाइजरी काउंसिल पवन मोहल ने संयुक्त बयान में कहा कि विद्युत बोर्ड कर्मचारियों की लंबित मांगों और समस्याओं को लेकर यूनियन हमेशा ही संघर्षरत रही है।उन्होंने कहा कि यह बहुत दुःखद है कि विद्युत बोर्ड का कर्मचारी व इंजीनियर दिन रात मेहनत करके बिजली बोर्ड उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली की सुविधा उपलब्ध करवा रहा है वहीं कर्मचारियों की घटती संख्या के कारण कर्मचारी आए दिन दुर्घटनाओं का शिकार होकर के अपने प्राणों की आहुतियां दे रहे है विद्युत बोर्ड प्रबंधन गहरी निंद्रा में सोया हुआ है।उन्होंने बताया कि वर्ष 1990 में विद्युत बोर्ड में कर्मचारियों की संख्या 43000 थी और उपभोक्ता करीब नौ लाख था। वहीं आज कर्मचारी सिमटकर मात्र आउटसोर्स कर्मचारियों को मिलाकर 12000 रह गया है और उपभोक्ता 26 लाख पहुंच चुका है इसलिए विद्युत बोर्ड में क्लास तीन और क्लास चार के रिक्त पढ़े क़रीब 8000 पदों को शीघ्र भरा जाए। विद्युत बोर्ड में 1/1 /2016 से अप्रैल 2022 के बीच रिटायर हुए कर्मचारियों को आज दिन तक बड़े हुए स्केल का एक भी पैसा नहीं मिला। जिसमें रिवाइज पेंशन, रिवाइज ग्रेच्युटी, रिवाइज्ड लीव एनकैशमेंट, जैसे सभी ड्यूज पेंडिंग हैं। उन्होंने शीघ्र इन ड्यूज की अदायगी की मांग की।जाए।प्रदेश सचिव अश्विनी ठाकुर ने बताया कि पुरानी पेंशन बहाल होने के बाद भी बिजली बोर्ड में पुरानी पेंशन बहाल नहीं की गई जबकि हिमाचल प्रदेश में सभी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन के अधीन लाया गया है ।उन्होंने कहा कि दिन रात सेवा करने वाले विद्युत कर्मचारियों के साथ इस तरह का सौंतेला व्यवहार समझ से परे है।
अश्वनी ठाकुर ने न्यू पेंशन संघ को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जब पुरानी पेंशन की लड़ाई लड़ी जा रही थी तो विद्युत कर्मचारी संघ सबसे आगे था लेकिन शर्म की बात है कि जब सरकार ने सभी विभागों के कर्मचारियों को पुरानी पेंशन लागू कर दी और विद्युत विभाग को इससे वंचित रखा तो इसके बाद भी एनपीएस ने धर्मशाला में आभार रैली का आयोजन किया।अश्विनी ठाकुर ने एनपीएस के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जब विद्युत विभाग के कर्मचारियों की पेंशन बहाल नहीं हुई तो एनपीएस अध्यक्ष को चाहिए था कि वो विद्युत विभाग के कर्मचारियों की मांग को भी उठाते और तब तक आभार रैली का आयोजन ना करते जब तक विद्युत विभाग के कर्मचारी भी इससे लाभांवित होते लेकिन उनकी आभार रैली की जल्दबाजी उन पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करती है।उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन उनका अधिकार है और वो उसे हर हाल में लेकर रहेंगे।
इस अवसर पर सहायक अभियंता नूरपुर इंजीनियर भूपेंद्र कटोच, सुल्याली से सहायक अभियंता शंकर दयाल, गनोह से सहायक अभियंता इंजीनियर अशीश धीमान, मंडल नूरपुर से सहायक अभियंता आदित्य शर्मा,यूनिट नूरपुर के प्रधान अरविंद महेश, सचिव बबलू कुमार, गनोह यूनिट के प्रधान रोहित शर्मा, सचिव पंकज कुमार, सुल्याली यूनिट के प्रधान पुरुषोत्तम ठाकुर, सचिव राजीव कुमार ,220kv यूनिट के प्रधान विक्रम सिंह, सचिव राजू, केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य जोगेश पठानिया, कृष्ण ठाकुर, रवि धीमान, भरमौर युनिट प्रधान गगन सिंह भरमौरी, नूरपुर यूनिट के पूर्व सचिव अरुण सहोत्रा, रिटायर फॉर्म यूनियन गंगथ यूनिट के प्रधान रशपाल सिंह, गनोह यूनिट के पूर्व प्रधान रमेश धीमान, मुल्तान सिंह आदि उपस्थित रहे।