आवाज़ ए हिमाचल
हमीरपुर। अवाहदेवी से हमीरपुर जा रही एक निजी बस सोमवार सुबह साढ़े 10 बजे टौणीदेवी स्कूल के ऊपर सड़क से एक तरफ हवा में लटक गई। बस में बैठे 42 यात्रियों की जान खतरे में आ गई क्योंकि बस कभी भी नीचे सरकारी स्कूल की बिल्डिंग पर गिर सकती थी। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय दुकानदारों ने बस में फंसे यात्रियों को खिड़कियों से बाहर निकालना शुरू किया।
सोमवार होने के चलते बस में यात्रियों की तादाद ज्यादा थी और अधिकतर बस में बच्चे व महिलाएं सवार थीं। गनीमत यह रही कि बस का पिछला हिस्सा सड़क के पैरापिट और अगला हिस्सा बिजली के खंभे के साथ अटक गया और बस मिट्टी में धंस गई थी। बस चालक पवन कुमार व परिचालक राज कुमार ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि स्टेयरिंग की रॉड टूटने से स्टेयरिंग फ्री हो गया और बस बेकाबू हो गई। उन्होंने बताया कि बस में बैठे 42 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है तथा किसी को कोई चोट नहीं आई है।
कई महिलाएं डर के मारे हो गईं बेहोश
बस में बैठे एचआरटीसी के चालक संजय ने भी बताया कि बस का स्टेयरिंग फ्री हो गया और बस सड़क से बाहर की तरफ लुढ़क गई। टौणीदेवी ऊहल चौक पर बैठी अमृता देवी ने बताया कि वह अपने बेटे को मेडिकल कॉलेज हमीरपुर ले जा रही थी कि एक मोड़ के बाद हादसा हो गया। उसने बताया कि अचानक जोर से बस किसी चीज से टकराई और बस में बैठे लोगों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया और मैं बहुत डर गई। उधर, कई महिलाएं बस से बाहर निकालने के बाद इतनी डर गईं कि वे बेहोश हो गईं।
टौणीदेवी स्कूल के शिक्षक और छात्र निकले बाहर
सीनियर सैकेंडरी स्कूल टौणीदेवी के भवन के ऊपर जब बस आधी हवा में लटकी हुई थी और जोर की आवाज आई तो स्कूल के अंदर बैठे विद्यार्थी व शिक्षक कमरों से बाहर आ गए। इसके बाद स्काऊट मास्टर सतीश राणा व अन्य शिक्षक हादसे वाली जगह पर पहुंचे और स्कूल के अन्य कमरों से भी छात्रों को बाहर निकाला गया।