36.27 करोड़ का नुकसान, समय-समय पर पानी के सैंपलों की जांच करवाए विभाग
आवाज ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर। इस वर्ष मानसून अवधि के दौरान हुई भारी बारिश की वजह से जल शक्ति विभाग की कई स्कीमें क्षतिग्रस्त हुई हैं जिला बिलासपुर में विभाग की कुल 278 पेयजल योजनाएं, 73 सिंचाई योजनाएं व 3 सिवरेज योजनाएं है। जिनमें से भारी बारिश से लगभग 163 पेयजल 12 सिंचाई व 3 सिवरेज योजनाएं प्रभावित हुई है और कुछ आंशिक रूप से बन्द हुई थी जल शक्ति विभाग के एस. ई डा० राहुल दूबे ने बताया कि बरसात की बजह से कुल 36.27 करोड़ रु० का नुकसान का आंकलन किया गया है। इनमें सभी पेयजल योजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर शुरू कर दिया गया है ताकि आम जनमानस को पीने का पानी का पानी उपलब्ध करवाया जा सके। इसके अलावा आंशिक रूप से बन्द पड़ी सिंचाई व सिवरेज योजनाओं के चरणबद्ध तरीके से चलाने के लिए विभाग व विभागीय अधिकारी व कर्मचारी पूर्ण रूप से कार्यरत हैं एस. ई. ने बताया कि इसके अलावा विभाग की तरफ से विशेष तौर पर बरसात के समय पीने के पानी की गुणवता बनाए रखने के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी कर दिये है तथा विभाग के पास सभी मण्डलों के अधीन उचित मात्रा में ब्लीचिंग पाउडर के स्टाक उपलब्ध है जिसमें सभी पेयजल योजनाओं में समय-समय पर क्लोरिनेशन की जा सके। इसके अलावा सभी मण्डलों को निर्देश जारी किये गये हैं कि समय-समय पर पानी के सपलों की जांच करवाना सुनिश्चित करें जिसके लिए विभाग की लैब बिलासपुर, स्वारघाट, घुमारवीं व झण्डुता में स्थापित है। यहां पर पहले से निर्धारित दरों पर सभी लोग पानी के सैंपलों की जांच भी करवा सकते हैं।
एस. ई. डा० राहुल दुबे ने कहा कि सभी मण्डल कार्यालयों को विशेष दिशा-निर्देश दे दिये गये हैं कि ब्लीचिंग पाउडर का उचित स्टाक उपलब्ध रखें सभी पेयजल स्त्रोतों के आसपास व भण्डारण टैंकों की साफ सफाई रखें ताकि पीने का पानी दूषित ना हो उन्होंने कहा कि लोग अपने घरों की पेयजल की टंकियों की सफाई सुनिश्चित करें तथा लीकेज को रोकें ताकि पीने का पानी दूषित न हो। यदि कहीं भी विभाग की सप्लाई लाईनों में लीकेज का पता चलता है तो तुरन्त विभाग को सूचित करें ताकि उचित कदम व कार्यवाही अमल में लाई जा सके।