नूरपुर (कांगड़ा)। आखिरकार तीन दिन की कड़ी मशक्कत के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की टीम को चक्की पुल के पहले दो स्तंभों (पी-1 और पी-2) के बीच से बह रहे पानी का बहाव मोड़ने में कामयाबी हासिल हुई। बुधवार को चक्की दरिया के बहाव को मोड़कर पांचवें और छठे स्तंभ (पी-5 व पी-6) की तरफ कर दिया गया। इससे बरसात के तेज पानी की मार से खतरे की जद में खड़े दो स्तंभों (पी-1 और पी-2) की सुरक्षा और बचाव का भी कार्य नए सिरे से दोबारा शुरू किया जा सकेगा। फिलहाल तीन दिन की भारी बारिश के बाद मौसम के खुलते ही चक्की दरिया के तेज बहाव की वजह से पुल के एक सिरे की अप्रोच और एक स्तंभ (पी-1) के पास हुए भूमि कटाव को रोकने के लिए कंक्रीट की दीवार बनाने का काम शुरू कर दिया गया था। साथ ही पुल की सुरक्षा के मद्देनजर पानी के बहाव को मोड़ने के लिए भारी भरकम मशीनरी भी चक्की दरिया में उतारी गई थी, जो कि पिछले तीन दिन से लगातार चक्की के प्रवाह को अगले स्तंभों (पी-5 और पी-6) की तरफ मोड़ने के काम पर लगी थी।
मौसम के साथ के चलते चक्की में जल प्रवाह कम होने पर बुधवार को पानी का बहाव पी-5 और पी-6 की तरफ कर दिया गया, जबकि पुल के पंजाब की तरफ के छोर (सिरे) पर अप्रोच और स्तंभ (पी-1) की सुरक्षा के लिए बनाई जा रही कंक्रीट की दीवार भी लगभग छह फीट तक तैयार कर दी गई, जिसकी करीब 20 फीट तक ऊंचाई होगी। इससे पुल के पहले दो स्तंभों के बीच तेज गति से बहने वाले चक्की दरिया का पानी कंक्रीट की दीवार से टकराने के बाद कोई ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा पाएगा। साथ ही पानी का प्रवाह बदलने से पी-1 और पी-2 की सुरक्षा को लेकर क्रेट्स और कंक्रीट के बड़े-बड़े ब्लॉक लगाने की भी तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि, बीते दिनों भारी बारिश के पानी से पी-1 और पी-2 के पीछे चक्की दरिया की ऊपरी तरफ बनी गहरी खाइयों को भरना भी राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। लिहाजा चक्की का बहाव मोड़ने के बावजूद एनएचएआई की मशीनरी पानी के प्रवाह को पी-5 और पी-6 के साथ-साथ सातवें और आठवें स्तंभ तक करने के लिए लगातार मशक्कत कर रही है। ताकि चक्की दरिया में दोबारा बाढ़ जैसे हालात में पानी का बहाव फिर से यथावत पहले और दूसरे स्तंभ की तरफ न हो जाएं और जिससे एनएचएआई की सारी मेहनत दोबारा पानी में न बहे।