जिला के अधिकारियों ने की बरसात से हुए नुकसान की समीक्षा
आवाज़ ए हिमाचल
धर्मशाला, 10 जुलाई। पिछले दिनों हुई भारी बरसात के चलते जिला कांगड़ा में हुए नुकसान की समीक्षा को लेकर आज डीसी ऑफिस में एक बैठक का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू नादौन से वीसी के माध्यम से बैठक से जुड़े तथा शिमला से राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी सहित राज्य के अधिकारी भी वर्चुअल माध्यम से इस दौरान मौजूद रहे। बैठक में उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल सहित विभिन्न विभागों के जिलाधिकारी उपस्थित रहे। इस दौरान जिलाधीश कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने जिले में हुए नुकसान का ब्यौरा देते हुए, प्रशासन द्वारा इस बाबत की गई कार्रवाई के बारे में विस्तार से बताया। बैठक के उपरांत प्रेस को संबोधित करते हुए डीसी कांगड़ा ने बताया कि जिला कांगड़ा में पिछले दिनों हुई भारी वर्षा के चलते लगभग 75 करोड़ रूपये की सार्वजनिक सुविधाआएं क्षतिग्रस्त हुई हैं। उन्होंने बताया कि जिले में सड़कें, बिजली, पानी सहित अन्य सार्वजनकि सुविधाओं को रिस्टोर करने के लिए प्रशासन द्वारा वॉर फुटिंग पर काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिले में आपदा प्रबंधन से जुड़े राजस्व सहित सभी विभागों के अधिकारी-कर्मचारी बेहतर आपसी समन्वय से अपने काम को अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी आपात स्थिति में लोग घबराएं नहीं तथा धैर्य से काम लेते हुए प्रशासन को तुरंत संपर्क करें। उपायुक्त ने बताया कि पिछले दिनों में हुई लगातार बारिश के कारण जिलें में अभी तक लोक निर्माण विभाग को लगभग 31 करोड़ रूपये का नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि 9 जुलाई तक लोक निर्माण की 66 सड़कें भूस्खलन या पेड़ गिरने की वजह से क्षतिग्रस्त या बाधित र्हुइं थी, जिनमें से 63 सड़कों को बहाल कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त जिले में आज लगभग 14 और सड़के अवरुद्ध हुई हैं। उन्होंने कहा कि यदि मौसम अनुकूल रहा तो इन्हें भी अगले 24 से 48 घंटों में बहाल कर दिया जाएगा। जिलाधीश ने बताया कि जिले में जलशक्ति विभाग की कुल 231 स्कीमें क्षतिग्रस्त हुई हैं। उन्होंने बताया कि जलशक्ति विभाग को हुए नुकसान की लागत लगभग 40 करोड़ रूपये आंकी गई है। उन्होंने बताया कि इनमें से 212 स्कीम विभाग द्वारा रिस्टोर कर दी गई हैं। उपायुक्त ने कहा कि बाकि बची स्कीमों को भी मौसम अनुकूल होने की स्थिति में अगले 24 घंटों में ठीक कर दिया जाएगा।
डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि भारी बारिश के चलते जिले में बिजली बोर्ड को लगभग 19 लाख का नुकसान हुआ है, जिसमें 212 ट्रांसफ़ॉर्मर्स क्षतिग्रस्त हुए हैं। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा इनमें से 169 ठीक कर दिए गए हैं तथा शेष 43 भी अगले 24 घंटे से पूर्व दुरुस्त कर दिए जाएंगे। डीसी ने कहा कि जिले में राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि भारी बारिश की स्थिति में किसी भी प्रकार का नुकसान होने पर तुरंत प्रभाव से प्रभावितों को फौरी राहत उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने कहा कि जिले में पिछले दिनों में हुई बारिश के चलते 4 कच्चे मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं। वहीं 22 कच्चे और 10 पक्के मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा प्रभावितों को फौरी राहत उपलब्ध करवाई गई है तथा आवश्यकता पड़ने पर उनकी और अधिक सहायता भी की जाएगी।
उपायुक्त डॉ निपुण जिंदल ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि बरसात के दिनों में सभी नागरिक व पर्यटक नदी-नालों के किनारे न जाएं। उन्होंने आग्रह किया कि भारी बारिश को देखते हुए अनावश्यक यात्रा न करें, सुरक्षित स्थानों पर रहें और किसी प्रकार का जोखिम न उठाएं। उन्होंने जिला वासियों से आग्रह किया कि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में तत्काल जिला आपदा प्रबंधन केंद्र के टोल फ्री 1077 नम्बर पर संपर्क करें। उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय समेत सभी उपमंडलों में आपदा प्रबन्धन केन्द्र चौबीसों घंटे चालू हैं।