हजारों साल पुराना है डिब्केशवर महादेव शिव मन्दिर
मंदिर गुफा में स्वयं शम्भू शिवलिंग पिण्डीया॑ है विराजमान
आवाज़ ए हिमाचल
स्वर्ण राणा, नूरपुर। शिवमंदिरों में आजकल श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जा सकती है। नूरपूर की पंचायत सुलयाली के प्राचीन प्रसिद्ध डिब्केशवर महादेव मन्दिर में भी भक्तों का तांता लगा हुआ है। आज सोमवार को श्रद्धालु मंदिर में माथा टेकने पहुंच रहे है। सुलयाली का यह डिब्केशवर महादेव शिव मन्दिर हजारों साल पुराना है और यहां पर स्वयं शम्भू शिवलिंग पिण्डीया॑ विराजमान हैं। इस मन्दिर को डिब्कू शिव मन्दिर भी कहा जाता है। यहां पर एक स्नान स्थल भी है यहां डूबकी लगाकर लोग एक तीर्थ स्थान पर स्नान के बराबर मानते हैं। यहां सावन महीने में हर साल हजारों की संख्या में लोग भोले के दर्शन करने आते है। इस बार 16 जुलाई को सावन महीना शुरू हो रहा है और उस दौरान श्रद्धालु भगवान शिव का जलाभिषेक करके अपने आप को सौभाग्यशाली समझते हैं। श्रद्धालु पुष्प शर्मा ने कहा कि सावन का महीना शुरू हो गया है। सावन का महीना जहां शिव का महीना होता है वहीं श्रीकृष्ण का भी महीना होता है।इस समय प्रकृति पूरे यौवन पर होती है। भगवान शिव श्रीकृष्ण के प्रिय है।
मन्दिर पुजारी दिनेश गिरि ने बताया कि डिब्केशवर महादेव स्थल पर किसी महात्मा ने जल समाधि लगाई थी। तबसे इसका नाम डिब्केशवर महादेव पड़ा है।उन्होंने कहा कि सावन का महीना शिव पूजा के लिए माना जाता है और इस Urban में अगर शिव के व्रत रखें जाए तो उसका पूण्य फल कई गुणा मिलता है।