आवाज़-ए-हिमाचल
28 अक्टूबर : दुनिया भर मे कोरोना ने कोहराम मचा रखा है। अब लंबे समय तक प्रदूषित हवा में सांस लेने के कारण भी कोरोना से मौत का खतरा काफी बढ़ गया है। एक अध्ययन के मुताबिक पूरी दुनिया में वायु प्रदूषण के कारण कोरोना से 15 फीसदी ज्यादा लोगों की मौत हुई है।कार्डियोवैस्कुलर रिसर्च में मंगलवार को प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक दुनिया भर में ज्यादा समय तक वायु प्रदूषण के संपर्क में रहने के कारण कोविड-19 से 15 फीसदी ज्यादा मौत हुई है। वहीं यूरोप में यह अनुपात करीब 19 फीसदी है, उत्तरी अमेरिका में यह 17 फीसदी और पूर्वी एशिया में यह आंकड़ा 27 फीसदी है। आईसीएमआर ने वायु प्रदूषण के चलते कोविड-19 से मौत के मामलों में बढ़ोतरी की आशंका जताई है। मंगलवार को आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने ये जानकारी दी। बलराम भार्गव कहा कि अध्ययन में पता चला है कि वायरस के कण पीएम 2.5 पार्टिकुलेट मैटर के साथ हवा में रहते हैं लेकिन वे सक्रिय वायरस नहीं हैं।भार्गव ने बताया, ‘यूरोप और अमेरिका में प्रदूषित क्षेत्रों और लॉकडाउन के दौरान मृत्यु दर की तुलना की गई और प्रदूषण के साथ उनका संबंध देखा तो पाया कि कोविड-19 से होने वाली मृत्यु में प्रदूषण का स्पष्ट योगदान है और इन अध्ययनों से यह अच्छी तरह साबित होता है।