आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। साइबर ठगों द्वारा भेजे जाने वाले वॉयस मेल स्कैम से आप ठगी का शिकार हो सकते हैं। वॉयस मेल स्कैम फेक मैसेज की तरह स्पैम फोल्डर में फेक ई-मेल आते हैं। शातिर वॉयस मेल लिंक पर क्लिक करते ही फिशिंग साइट पर ले जाएंगे और मेल से जुड़े बैंक खाते तक पहुंचकर आपका बैंक खाता खाली कर सकते हैं। साइबर ठगों द्वारा भेजे जाने वाले वॉयस मेल स्कैम को लेकर साइबर सेल शिमला ने भी एडवाइजरी जारी की है। वॉयसमेल मेल घोटाला एक स्पैम अभियान को संदर्भित करता है। एक बड़े पैमाने पर संचालन, जिसके दौरान हजारों भ्रामक ई-मेल भेजे जाते हैं। इस अभियान के माध्यम से वितरित संदेश-एक नए ध्वनि मेल से संबंधित सूचनाओं के रूप में भेजे हैं। ई-मेल विशेष रूप से साइबर अपराधियों द्वारा लक्षित होते हैं, क्योंकि वे आम तौर पर खातों, प्लेटफार्मों और सेवाओं से जुड़े होते हैं। शातिर ई-मेल खातों के माध्यम से, उनसे जुड़ी सामग्री पर पहुंच और नियंत्रण प्राप्त कर सकते हैं। इसलिए, इस वेबपेज के माध्यम से लॉग इन करने का प्रयास करके उपयोगकर्ता आपके मेल खाते चोरी कर सकते हैं।
एसपी साइबर क्राइम रोहित मालपानी का कहना है कि वॉयस मेल स्कैम से बचने के लिए कई प्लेटफॉर्म और सेवाओं के लिए समान लोग-इन क्रेडेंशियल्स का उपयोग करने से बचें। एक ही पासवर्ड को लंबी अवधि के लिए और विभिन्न प्लेटफॉर्म और सेवाओं के लिए रखने से बचें। उत्तर न दें या संदिग्ध यूआरएल और लिंक पर क्लिक न करें। इसके अलावा इंडियन साइबर क्राइम को-ऑर्डिनेशन सेंटर डिवीजन के नंबर 011-23438207 पर भी संपर्क कर सकते हैं।