आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। हिमाचल ने जीएसटी उगाही में बड़ी छलांग के साथ करीब 40 करोड़ का मुनाफा दर्ज किया है। 11 फीसदी बढ़ोतरी के साथ जून माह में 411.51 करोड़ रुपए की वसूली की है, जबकि पिछले साल इसी माह के दौरान 371.68 करोड़ रुपए विभाग ने जुटाए थे। इनमें स्टेट जीएसएटी 225 करोड़ 72 लाख, जबकि एकीकृत जीएसटी में 222 करोड़ 35 लाख रुपए की उगाही की है। साल की पहली तिमाही में जीएसटी उगाही का क्रम लगातार कायम है। साल की पहली तिमाही में आबकारी एवं कराधान विभाग में जीएसटी उगाही में 1400 करोड़ के आंकड़े को पार कर लिया है। गौरतलब है कि वित्तीय वर्ष के शुरुआती दो महीनों में विभाग ने जीएसटी के माध्यम से 1004 करोड़ रुपए का राजस्व जुटाने में सफलता हासिल की थी। जून माह में 411.51 करोड़ रुपए का अतिरिक्त राजस्व इस आंकड़े के साथ जुड़ गया है।
विभागीय अधिकारियों को प्रशिक्षण देने और नियमित रूप से दबिश अभियान चलाने की वजह से जीएसटी उगाही में लगातार बढ़ोतरी दर्ज हो रही है। आबकारी एवं कराधान विभाग ने समूचे वित्तीय वर्ष में 13 लाख ई-वे बिल की जांच का लक्ष्य निर्धारित किया है। अब तक करीब अढ़ाई लाख बिलों की जांच की जा चुकी है। 50 हजार रुपए तक के सामान को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए ईवे बिल की जरूरत पड़ती है। बीते साल बहुत से मामले ऐसे सामने आए थे। इनमें बिना ई-वे बिल के सामान की ढुलाई की जा रही थी। इसे देखते हुए आबकारी एवं कराधान विभाग ने इस बार 13 लाख वाहनों की जांच का लक्ष्य निर्धारित किया है। विभाग हर महीने करीब एक लाख वाहनों की जांच करेगा। इस लक्ष्य को हासिल करने के शुरूआती दो महीनों में ही आबकारी एवं कराधान विभाग एक करोड़ रुपए का अतिरिक्त राजस्व जुटाने के मुहाने पर पहुंच गया है।