आवाज़ ए हिमाचल
बर्मिंघम। ऑस्ट्रेलिया ने कप्तान पैट कमिंस (44 नाबाद) की शानदार बल्लेबाजी और नेथन लायन (16 नाबाद) के साथ उनकी अर्द्धशतकीय साझेदारी की बदौलत मंगलवार को रोमांच और उत्साह से भरे पहले एशेज़ टेस्ट में इंग्लैंड को दो विकेट से मात दी। इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया के सामने 281 रन का लक्ष्य रखा, जिसे ऑस्ट्रेलिया ने पांचवें दिन के आखिरी क्षणों में आठ विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया। लक्ष्य का पीछा करते हुए कंगारुओं ने आठ विकेट मात्र 227 रन पर गंवा दिए थे, लेकिन कमिंस ने जीत की क्षीण संभावनाओं को हकीकत में बदला। उन्होंने 73 गेंद पर छह चौकों और दो छक्कों की मदद से 44 रन की नाबाद पारी खेलते हुए लायन के साथ नौंवे विकेट के लिए 55 रन की साझेदारी की। जब ऑस्ट्रेलिया जीत से दो रन दूर थी तब गेंद कमिंस के बल्ले का किनारा लेकर चौके के लिए चली गई। दिन की शुरुआत से पहले ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 174 रन चाहिए थे, जबकि इंग्लैंड विजय से सात विकेट दूर था। पहला सत्र हालांकि बारिश में धुल गया और खिलाड़ी लंच के बाद ही मैदान पर आ सके। ऑस्ट्रेलिया को अब यह 174 रन 67 ओवर में बनाने थे लेकिन बादलों के तले स्विंग होती गेंद को खेलना आसान नहीं था।
ब्रॉड ने परिस्थितियों का फायदा उठाते हुए नाइट वॉचमैन स्कॉट बोलैंड को 20 रन के स्कोर पर चलता किया, जबकि ख्वाजा और ट्रैविस हेड को रन बनाने के लिये संघर्ष करना पड़ा। ख्वाजा-हेड ने संयम के साथ बल्लेबाजी करते हुए पहला एक घंटा गुज़ार भी लिया, लेकिन मोईन अली ने अपनी फिरकी से हेड को 16 रन के मामूली स्कोर पर आउट कर दिया। एक छोर पर खड़े ख्वाजा ने 143 रन पर अपना अर्द्धशतक पूरा किया, हालांकि उन्हें दूसरे छोर से किसी का साथ नहीं मिला। कैमरन ग्रीन (28) ने ख्वाजा के साथ 49 रन जोड़े लेकिन तीसरा सत्र शुरू होते ही रॉबिनसन ने उन्हें भी पवेलियन लौटा दिया। छह विकेट गिरने के बावजूद ख्वाजा विकेट पर जमे रहे और 68वें ओवर में एलेक्स कैरी के साथ ऑस्ट्रेलिया को 200 रन के पार पहुंचाया। इंग्लैंड को इस समय विकेट की सख्त जरूरत थी, जो उसे कप्तान स्टोक्स ने दिलाया। पारी में अपना दूसरा ओवर डाल रहे स्टोक्स ने ख्वाजा को बोल्ड कर मुकाबला इंग्लैंड के पक्ष में झुका दिया। कैरी (20) को 50 गेंद की पारी में दो जीवनदान मिले, लेकिन रूट ने तीसरी बार में अपनी ही गेंद पर सफलतापूर्वक कैरी का कैच लपककर उन्हें पवेलियन भेजा।
ऑस्ट्रेलिया के आठ विकेट 227 रन पर गिर चुके थे जबकि वह जीत से 52 रन दूर था। इंग्लैंड को विजय पताका लहराने के लिये सिर्फ दो विकेट की ज़रूरत थी, लेकिन वह ये दो विकेट नहीं ले सका। इंग्लैंड के गेंदबाजों ने लगातार छोटी गेंद फेंककर पुछल्ले बल्लेबाजों को आउट करना चाहा, लेकिन उनकी यह योजना काम न आयी। लायन ने दो रन के स्कोर पर एक हवाई शॉट खेला भी, लेकिन स्टोक्स के हाथ से कैच छूटने के बाद दोनों बल्लेबाजों ने सूझबूझ का प्रदर्शन किया। ऑस्ट्रेलिया जब जीत से 27 रन दूर थी तब इंग्लैंड ने नयी गेंद ली, हालांकि इस समय तक ऑस्ट्रेलिया हावी हो चुका था। कमिंस पुरानी गेंद पर रूट को दो छक्के जड़कर मैच को अपने पक्ष में झुका चुके थे। कमिंस ने नयी गेंद से भी ब्रॉड और रोबिनसन को एक-एक चौका लगाया, जबकि 92वें ओवर में उनके बल्ले से निकले चौके ने ऑस्ट्रेलिया को जीत दिलाई। इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने पांच मैचों की शृंखला में 1-0 की बढ़त बना ली है। सीरीज का दूसरा मैच 28 जून से लंदन के लॉर्ड्स मैदान पर खेला जायेगा।