आवाज़ ए हिमाचल
कुल्लू। वैसे तो भारत में घूमने के लिए एक से एक खूबसूरत जगह मौजूद हैं, जहां के नजारे यकीनन हर किसी को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। लेकिन अगर हम बात करें पर्यटकों की तो उन्हें हमेशा ऐसी जगहों की तलाश रहती है, जहां उन्हें एक से एक नई जगह देखने को मिल जाएं। एक ऐसी जगह लाहुल- स्पीति में मौजूद है, जिसे चिचम गांव के नाम से जाना जाता है। लाहुल-स्पीति के चिचम गांव को एक पुल ने जोड़ा हुआ है। इस पुल को चिचम ब्रिज के नाम से जाना जाता है। ये पुल 14 हजार की ऊंचाई पर सांबा-लांबा नाले पर बना है। अब इस पर ग्लास ब्रिज बनाने की तैयारी स्थानीय प्रशासन करने जा रहा है।
एडीसी राहुल जैन ने कहा कि इस बारे में मंगलवार को लोक निर्माण विभाग के साथ बैठक रखी है। इसके बाद ही बताया जाएगा कि किस तरह से इसे तैयार किया जा सकता है। आपको बताते दें कि वाहन योग्य चिचम ब्रिज 120 मीटर लंबा और 150 मीटर ऊंचा है। इस पुल को बनाने में 16 साल का समय और साढ़े पांच करोड़ खर्चा आया था। वाहन योग्य पुल के बनने से गांव और काजा उपमंडल के बीच की दूरी 25 किलोमीटर कम हुई।