आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। जेबीटी बनाम बीएड मामले में जेबीटी प्रशिक्षुओं ने रविवार को राजधानी शिमला पहुंचकर बड़ा प्रदर्शन किया। सैकड़ों की संख्या में जेबीटी प्रशिक्षुओं की लिफ्ट के पास एकत्रित हुई भीड़ सब्जी मंडी सीटीओ तक पहुंची। जेबीटी अभ्यर्थियों ने कहा कि जब तक बीएड अभ्यर्थियों को जेबीटी भर्ती में दी गई नियुक्तियां वापस नहीं ली जाती, शांत नहीं बैठेंगे। एक ओर शिक्षा मंत्री कहते हैं कि एनसीटीई की अधिसूचना को फॉलो किया जाएगा। वहीं दूसरी ओर बीएड अभ्यर्थियों को नौकरियां दी गई है जिनके पास जेबीटी टेट नहीं है। जबकि एनसीटीई में यह स्पष्ट किया गया है कि इस भर्ती के लिए जेबीटी टेट होना अनिवार्य है। अभ्यर्थियों ने कहा कि हमें अधिकारियों पर और उनकी कमेटी पर विश्वास नहीं है सरकार इस पूरे मामले में खुद हस्तक्षेप करें। अध्यक्ष मोहित ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुआ लेकिन व्यवस्था बदलती नजर नहीं आ रही है। प्रदेश में आए दिन प्रशिक्षित बेरोजगार संघ सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करते नजर आते हैं।
मोहित ने बताया कि मामला अभी न्यायालय में विचाराधीन है। ऐसे में प्रदेश सरकार ने बीएड प्रशिक्षुओं को जेबीटी की बैच वाइज भर्ती के योग्य कर दिया और अपॉइंटमेंट भी दे दी जो सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि इस बारे में कई बार शिक्षा मंत्री से मिले और अपनी मांग रखी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब सरकार अगर मांग नहीं मानती है तो जेबीटी प्रशिक्षु आमरण अनशन पर बैठेंगे। इसके अलावा जेबीटी प्रशिक्षुओं ने शिक्षा मंत्री पर विभाग में धांधली करने के भी आरोप लगाए। वहीं इस पूरे मामले में प्रारंभिक शिक्षा विभाग की ओर से बनाई गई चार सदस्सीय कमेटी सोमवार को अपनी रिपोर्ट सबमिट करेगी। इसमें कुल्लु और शिमला में हुई नियुक्तियों की जांच के लिए शिक्षा विभाग ने शनिवार को कमेटी गठित कर दी थी।