आवाज़ ए हिमाचल
ज्वाली। आखिरकार हर साल की भांति इस साल भी बाथू दी लड़ी में घूमने आए दो युवकों की झील के गहरे पानी में नहाने से जान चली गई। दो परिवारों के घरों के चिराग बुझ गए और मातम छा गया। पौंग झील की आकर्षक लहरें पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित कर लेती हैं तथा पर्यटक गहरे पानी की लहरों में अठखेलियां करने उतर जाते हैं तथा जान गंवा बैठते हैं। पर्यटकों को झील की गहराई का अंदाजा नहीं होता और पानी में आगे-आगे जाते पर्यटक गहरे पानी में जाने से डूब जाते हैं। पर्यटक तैराकी के गुर न जानने के बाद भी पौंग की लहरों से उलझ कर अपनी जान को गंवा बैठते हैं। पिछले पांच सालों के आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाए तो अभी तक बाथू दी लड़ी नामक स्थान पर करीबन दस पर्यटकों की डूबने से मौत हो चुकी है। रविवार को दो अन्य युवक भी झील में डूबने से मौत का ग्रास बने हैं। प्रशासन-पुलिस द्वारा बाथू दी लड़ी में आने वाले पर्यटकों के लिए चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं कि झील के गहरे पानी में नहाने न जाएं, परंतु इसके बाद भी पर्यटक अपनी मनमर्जी करते हुए झील में उतर जाते हैं और मौत का ग्रास बन जाते हैं।