आवाज़ ए हिमाचल
सलूणी, चम्बा। जिस तरह मैं अपने बेटे के गम में तड़प रही हूं, इस तरह कोई मां न तड़पे। मेरे बेटे के हत्यारों को फांसी की सजा दी जाए। ऐसा नहीं होता है तो फिर मुझे ही फांसी दे दो क्योंकि मैं इस गम में नहीं जी सकती। यह फरियाद मनोहर के गम में डूबी उसकी वृद्ध मां झांझी ने सरकार व प्रशासन से लगाई है। उन्होंने कहा कि मैं बिना मनोहर के कैसे खाना खाऊंगी और कैसे पानी पीऊंगी। मेरा मनोहर हमें पाल रहा था, कातिलों ने मेरे बेटे को सदा के लिए मुझसे जुदा कर दिया। हमारे जीने का एकमात्र सहारा था, अब उसके बिना हमारा पालन-पोषण कौन करेगा। जिस बेरहमी से मेरे बेटे की हत्या की है, उसी तरह हत्यारों की भी दुर्दशा हो। सरकार से कोई सहायता नहीं चाहिए। भूखे रह लेंगे, लोगों के टुकड़े चुन लेंगे। सरकार मेरे बेटे के हत्यारों को फांसी देगी तो मुझे सुकून आएगा। झांझी ने बताया कि उनका बेटा मनोहर 6 जून को पहाड़ी पर अधावारी को गया था और अधावारी से वापस आ रहा था तो रास्ते से गायब हो गया। उन्होंने अपने स्तर पर उसकी सभी जगह तलाश की लेकिन उसका कहीं कोई सुराग नहीं लगा। हालांकि उसकी तलाश में गाँव के सभी लोगों ने उनकी सहायता की। अंत में उन्होंने पुलिस में उसके गुम होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई। 9 जून को उसका शव क्षत-विक्षत हालत में हालोड़ी नाले में मिला तो मेरे पैरों तले जमीन खिसक गई। मृतक मनोहर के पिता राजू ने कहा कि मनोहर उनका एकमात्र सहारा था, उसे भी हत्यारों ने बेरहमी से मार डाला। उन्होंने पुलिस प्रशासन से यह मांग रखी कि सभी कातिलों को सजा दी जाए।
वहीं एसपी चम्बा अभिषेक यादव ने बताया कि पुलिस ने मामले में 11 लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने मामले में कुछ रिकवरी भी की है। पुलिस किसी भी सूरत में आरोपियों को बख्शेगी नहीं।