आवाज़ ए हिमाचल
विक्रम सिंह, धर्मशाला। टीबी के खात्मे के लिए संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता है। इस रोग से पीडि़त लोगों को मानसिक और मनोवैज्ञानिक बल प्रदान करने में समाज के सभी घटकों का सहयोग अपेक्षित है। अतिरिक्त उपायुक्त सौरभ जस्सल ने डीसी ऑफिस के सभागार में मंगलवार को टीबी फोरम और टीबी सहरुग्णता फोरम की बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि टीबी रोगियों के उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक प्रयास किये जा रहे हैं। इसे लेकर बनाई जिला रणनीतिक योजना को प्रभावी तरीके से लागू किया गया है। इससे जिले में टीबी के नए मामले कम करने में सफलता मिली है।
सौरभ जस्सल ने बताया कि टीबी रोगियों को सरकार की ओर से निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत 500 प्रति माह, मुख्यमंत्री क्षय रोग निवारण योजना के अंतर्गत मुफ्त सिटी स्कैन व एमआरआई और टीबी के गंभीर रोगियों को 1500 रुपए प्रतिमाह की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। वहीं जिला प्रशासन द्वारा टीबी रोगियों को संक्रमण की रोकथाम के लिए निक्षय किट टीबी के कारण अनाथ हुए बच्चों को संवेदना किट प्रदान की जा रही हैं।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुशील शर्मा ने बताया कि जिला में 368 निक्षय मित्र पंजीकृत हुए हैं । जिला में निक्षय मित्रों द्वारा 3700 से अधिक पोषण किट वितरित किये गए हैं। इससे निपटने के लिए संयुक्त प्रयास किए जा रहे हैं।
इस अवसर पर जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. आर.के.सूद ने टीबी रोकथाम के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी।
इस अवसर पर जिला पंचायत अधिकारी नीलम कटोच, एसएमओ डॉ. अजय दत्त, डॉ आत्मिका, डॉ सोनम,पंचायती राज के प्रतिनिधि, रीच इंडिया संस्था के जिला कॉर्डिनेटर,यूनियन अक्षय प्लस संस्था के जिला कॉर्डिनेटर, प्रोग्राम ऑफिसर्स और जिला क्षय रोग केंद्र धर्मशाला की टीम उपस्थित रही।