आवाज ए हिमाचल
6 जनवरी । बिहार विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। पार्टी के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गाेहिल की छुट्टी कर दी गई है। इस बीच कांग्रेस के लालगंज के पूर्व विधायक भरत सिंह ने दावा किया है कि पार्टी के 11 विधायक कभी भी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल हाे सकते हैं। इनमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा भी शामिल हैं। भरत सिंह ने कांग्रेस को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से अलग हो जाने की सलाह भी दी है। कांग्रेस नेता के इस बड़े बयान पर बिहार में सियासत गर्म हो गई है।
विदित हो कि भरत सिंह कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा के पुराने विरोधी रहे हैं। बीते दिनों कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में उन्होंने मदन मोहन झा सहित कई बड़े नेताओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए धरना भी दिया था। अब उनका ताजा बयान भी मदन मोहन झा सहित कई बड़े नेताओं को कटघरे में खड़ा कर रहा है।
पूर्व विधायक भरत सिंह ने कहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन में पार्टी को जो 70 सीटें मिलीं, उनमें अधिकांश बाहरी लोगों को बेंच दी गईं। उनमें 11 जीत भी गए। उनका पार्टी से कोई लगाव नहीं है। वे कभी भी एनडीए में शामिल हो सकते हैं।
भरत सिंह ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा पर भी सीधा हमला किया। कहा कि मदन मोहन झा आनी छुट्टी को भांप चुके हैं। वे अशोक चौधरी की राह पर जा सकते हैं। विदित हो कि कांग्रेस के अध्यक्ष रहे अशोक चौधरी पद से हटाए जाने के बाद जनता दल यूनाइटेड (JDU) में शामिल हो गए थे। भरत झा इसी घटना की ओर इशारा कर रहे थे। भरत झा के अनुसार कांग्रेस के कई अन्य बड़े नेता भी बाहर का रास्ता पकड़ सकते हैं।
भरत सिंह ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान को अब एक्शन में विलंब नहीं करना चाहिए। आलाकमान को कांग्रेस में दुकान खोलने वालों को हटाना चाहिए। कांग्रेस नेता के इस बयान पर बिहार में सियायत गर्म होती दिख रही है। जेडीयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि कांग्रेस नेता ने ही पार्टी की हकीकत बयां कर दिया है। बिहार कांग्रेस में भगदड़ तय है।