आवाज़ ए हिमाचल
ऊना। 25 से 31 मई तक मनाए जा रहे राष्ट्रीय कृमि मुक्ति सप्ताह के पहले दिन वीरवार को राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान नैहरियां में 19 वर्ष तक की आयु के 30 प्रशिक्षुओं को एल्बेंडाजोल ( कृमि नियंत्रण ) दवा खिलाई गई।
संस्थान के अनुदेशकों सुनील दत्त, सुनील कुमार, रवीन्द्र शर्मा व जीवना कुमारी की उपस्थिति में तुषार राणा, प्रेम, विवेक रत्ता, ध्रुव धीमान, रितिक, वैभव रतन, मनदीप कुमार, पंकज कुमार, मोहम्मद आरिफ, हर्षित कपूर, निखिल, विशाल चौधरी, विशाल कुमार, अरुण कुमार, समीर चौधरी, राधिका शर्मा, सानिया, निकिता, आंचल, रिदम, हिना, अंजली, पलक गोस्वामी, पलक जसवाल, कुसुम लता, वंदना देवी, रितिका, सिमरन कुमारी, मुस्कान ठाकुर व पलक को यह दवाई खिलाई ।
इस संदर्भ में नागरिक अस्पताल अम्ब के स्वास्थ्य शिक्षक राजेश शर्मा ने बताया कि आज अम्ब ब्लॉक में सभी आंगनवाड़ी केंद्रों और विद्यालयों में 1 से 19 वर्ष तक की आयु के लगभग 26 से 27 हजार बच्चों को यह दवाई खिलाई जा रही है और जो बच्चे आज दवाई खाने से रह जाएंगे उन्हें 31 मई को यह दवाई खिलाई जाएगी। दो जून को सभी अपने-अपने विद्यालय और आंगनवाड़ी केंद्रों की रिपोर्ट अपनी निकटवर्ती एएनएम या आशा वर्कर के पास जमा करवाएंगे। उन्होंने बताया कि यह एक सुरक्षित दवा है और इस दवा के खाने से कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होता। यह दवा पेट के कीड़ों या कृमियों को समाप्त करने के लिए दी जा रही है। पेट में अधिक कीड़े या कृमि होने की स्थिति में यह दवा देने पर इन बच्चों को हल्की सी उल्टी या चक्कर आ सकता है। ऐसी स्थिति में घबराने की आवश्यकता नहीं है। ऐसी स्थिति में बच्चे को थोड़ा समय के लिए खुली हवा में लेटा देना चाहिए और पानी पिला देना चाहिए। इसके उपरांत 5 से 7 मिनट में ही बच्चा सामान्य अवस्था में आ जाता है। यह दवा बच्चों को खाली पेट कभी भी नहीं खिलानी चाहिए। इस अवसर पर संस्थान के प्रधानाचार्य प्रवेश शर्मा व अन्य स्टाफ उपस्थित रहा।