नई दिल्ली, जयपुर। नए संसद भवन के उदघाटन को लेकर सियासत चरम पर है। कांग्रेस चाहती है कि भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से करवाया जाए। साथ ही उद्घाटन की तारीख को लेकर भी कई विपक्षी दल आगबबूला हो गए हैं। उद्घाटन की तारीख 28 मई रखी गई है और सवाल इसलिए उठ रहे हैं कि उस दिन वीर सावरकर की जयंती है। यही वजह है कि 19 विपक्षी दलों ने नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करने का फैसला लिया है।
विपक्षी दलों का कहना है कि भवन का उदघाटन प्रधानमंत्री के बजाय राष्ट्रपति से करवाना चाहिए। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी कहा है कि नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति के द्वारा किया जाना चाहिए। श्री गहलोत ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि राष्ट्रपति ही देश के संवैधानिक प्रधान होते हैं। अत: संविधान के सम्मान, सदाचार एवं सदनों की मर्यादा के अनुरूप नए संसद भवन का उद्घाटन उन्हीं के द्वारा किया जाना उचित होगा।