आवाज़ ए हिमाचल
गग्गल। गग्गल एयरपोर्ट के विस्तार के विरोध में हजारों प्रभावित ग्रामीणों, दुकानदारों और किसानों ने गांव इच्छी से गग्गल एयरपोर्ट तक मौन रैली निकालकर जहां अपना उजाड़ीकरण का दर्द बयां किया वहीं ग्रामीणों ने यह भी संदेश दिया है कि अभी तक यह ट्रेलर है, फिल्म अभी बाकी है। अभी तो यह शांतिप्रिय झांकी है। हजारों ग्रामीणों ने काली पट्टियां बांधकर और हाथों में काले झंडे लेकर अपनी दुकानें, व्यापारिक संस्थान व वर्कशॉप आदि बंद रखकर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया।
हवाई अड्डा गेट के बाहर ग्रामीणों को संबोधित करते हुए संघर्ष समिति के अध्यक्ष रजनीश मोना ने कहा कि सरकार हमारी मौन रैली को हल्के में न लेकर गहराई से हमारी मांग को स्वीकार करते हुए कहीं अन्यत्र खाली भूमि पर नए हवाई अड्डे का निर्माण करे। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट विस्तारीकरण के नाम पर 30 हजार लोगों को उजाड़ना अन्याय है। वहीं उन्होंने चेतावनी दी है कि अभी तो यह अंगराई है, आगे लंबी लड़ाई है। हमारी शांतिप्रिय रैली को अगर सरकार ने हल्के में लिया तो ग्रामीण करो या मरो की नीति अपनाने पर मजबूर हो जाएंगे।
इस अवसर पर ग्राम पंचायत गग्गल की प्रधान रेणु पठानिया और व्यापार मंडल के प्रधान देवेंद्र कोहली ने सरकार से मांग की है कि सरकार एयरपोर्ट विस्तारीकरण की हठधर्मी छोड़कर कोई ऐसा विल्कप तलाश करे, जिससे उजाड़ीकरण न हो। ग्रामीण संघर्ष समिति के उपाध्यक्ष वेद प्रकाश ने कहा कि सरकार गलत तथ्य प्रस्तुत कर लोगों को गुमराह कर रही है। उन्होंने सरकारी आंकड़ों को नकारते हुए कहा कि इस समय 85 फीसदी से ज्यादा ग्रामीण हवाई अड्डे के विस्तार के विरोध में हैं। हालांकि डीएसपी कांगड़ा मदन धीमान के निर्देशन में पुलिस ने पूरी व्यवस्था की हुई थी लेकिन ग्रामीणों ने शांतिपूर्वक रैली निकाल कर अपनी एकता व सभ्यता का परिचय दिया।