आवाज़-ए-हिमाचल
………..विनोद चड्ढा,बिलासपुर
27 अक्टूबर : स्वास्थ्य खंड घुमारवीं के अंतर्गत आने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भराड़ी में खंड चिकित्सा अधिकारी घुमारवीं डॉ अभिनीत शर्मा के आदेशानुसार विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया गया। इस अवसर पर खंड स्वास्थ्य शिक्षक घुमारवीं सुरेश चन्देल ने आशा कार्यकर्ताओं को मानसिक स्वास्थ्य के बारे में विस्तार पूर्वक बताया और लोगों को भी इसके बारे में जागरूक करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि मानसिक रोग केवल पागलपन नही है बल्कि मिर्गी का दौरा पड़ना, नींद न आना, देर से नींद आना, चिंता, घबराहट, उल्टा सीधा सोचना व बोलना, उलझन, किसी प्रकार का नशा करना भी मानसिक रोग की श्रेणी में आता है।चन्देल ने बताया कि मोबाइल का अधिक प्रयोग करना , मादक पदार्थो का सेवन करने से भी मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत प्रभाव पड़ता है। चन्देल ने बताया कि भारत में 20 प्रतिशत लोग डिप्रेशन के शिकार है,लेकिन उसमे से 4 प्रतिशत लोग ही चिकित्सक के पास पहुंचते है। उन्होंने कहा कि उदासी, अधिक चिन्ता करना, अपने आपको निक्कमा समझना, चिड़चिड़ापन, काम करने में मन न करना, निराश स्वभाव, निर्णय न ले पाना, नींद न आना, आत्महत्या के विचार आना, आत्महत्या की कोशिश करना मानसिक रोग के लक्षण है। उन्होंने कहा कि इंसान को बदलती परिस्थितियों के अनुसार ढलना सीखना चाहिए। मन और शरीर को सक्रिय रखे सैर, व्यायाम, व योग करे और पूरी नींद सोए, और संतुलित आहार खाए ताकि मानसिक रोग से अपने आपको बचा सके। उन्होंने कहा कि नशे की गोलियां, और शराब का इस्तेमाल न करे , खुद को अकेला न रखे, और समय समय पर शारीरिक जाँच करवाते रहे। इस अवसर पर आशा कार्यकर्ताओं की भाषण प्रतियोगिता करवाई गई,जिसमें संतोष कुमारी तडौंन प्रथम स्थान पर, संतोष कुमारी मराहणा द्वितीय स्थान पर , और साकरा पारक तृतीय स्थान पर रहीं। इस अवसर पर स्वास्थ्य पर्यवेक्षिका कांता ठाकुर,आईसीटीसी कॉन्सलर मोनिका,लैब टेक्निशन प्रेम लता और 46 आशा कार्यकर्ता उपस्थित थी ।