आवाज ए हिमाचल
नई दिल्ली। कांग्रेस के दिल्ली मंथन से हिमाचल के लिए बहुत कुछ इस बार निकलने वाला है। मंत्रियों के खाली पदों से शिमला के मेयर और डिप्टी मेयर तक का फैसला दिल्ली में होगा। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष हिमाचल के रिपोर्ट कार्ड को लेकर दिल्ली रवाना हो चुकी हैं, तो मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पहले ही कर्नाटक में बतौर स्टार प्रचारक अपनी भूमिका अदा कर रहे हैं और वह भी दिल्ली में होने वाली अहम बैठकों का हिस्सा लेंगे। हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला तक प्रदेश का रिपोर्ट कार्ड नगर निगम चुनाव के बीच ही पहुंच गया था। राजीव शुक्ला एक दिन के लिए शिमला आए थे और यहां उन्होंने प्रदेश में पार्टी के हालात का फीडबैक लिया है। अब केंद्रीय नेतृत्व को संगठन और सरकार के बीच तालमेल बैठाते हुए आगामी नियुक्तियों पर फैसला करना है।
मंत्रिमंडल की बात करें तो प्रदेश में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के बाद सात मंत्री हैं, जबकि हिमाचल मंत्रिमंडल में तीन पद अभी खाली हैं। इन पदों को लेकर कांगड़ा, बिलासपुर और हमीरपुर में बड़े नाम दौड़ में शामिल हैं, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व से ग्रीन सिग्नल न मिलने की वजह से हिमाचल में मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो पा रहा है।