ईवीएम में कैद हुआ 102 उम्मीदवारों का राजनीतिक भविष्य
आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। नगर निगम शिमला के आज हुए चुनाव में 58.97 फीसदी मतदाताओं ने अपने वोट का प्रयोग किया। इसी के साथ नगर निगम का चुनाव लड़ रहे 102 उम्मीदवारों का राजनीतिक भविष्य ईवीएम में बंद हो गया है। नगर निगम शिमला के लिए आज हुए मतदान की गिनती 4 मई को होगी और इसी दिन चुनाव नतीजे भी घोषित कर दिए जाएंगे। आज हुए चुनाव में कुल 93920 मतदाताओं में से 55098 मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान शांतिपूर्ण रहा और कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं घटी।
नगर निगम शिमला के चुनाव में प्रात: 8 बजे शुरू हुआ और शाम 4 बजे तक मतदाताओं ने वोट डाले। मतदान को लेकर मतदाताओं में आरम्भ में खासा उत्साह नजर आया और लोगों ने कतारों में खड़े होकर वोट डाले। हालांकि बारिश ने इस दौरान मतदान में खूब खलल डाला और इसका सीधा असर मतदान प्रतिशत पर भी पड़ा। 12 बजे तक 29 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, लेकिन इसके बाद मतदान की रफ्तार में अपेक्षित तेजी नहीं आई। हालांकि बारिश के बावजूद लगभग 59 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। पोस्टल बैलेट से भी कुछ लोगों ने मतदान किया। चुनाव में महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों ने अधिक मतदान किया।
जाखू वार्ड में सबसे कम मतदान
नगर निगम के जाखू वार्ड में सबसे कम 43.68% मतदान हुआ जिसमें 1762 मतदाताओं में से सिर्फ 754 ने मतदान किया। जबकि भट्ठाकुफर वार्ड में 74.92% मतदान हुआ और 1420 मतदाताओं में से 1064 ने वोट डाला। हालांकि बारिश ने मतदान प्रतिशत पर जरूर असर डाला।
विभिन्न वीआईपी ने किया मतदान
नगर निगम चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बड़े नेताओं ने अपने प्रत्याशियों के लिए मतदान किया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने छोटा शिमला वार्ड से तिब्बती स्कूल में स्थापित मतदान केंद्र पर मतदान किया। इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने भराड़ी वार्ड के क्लिस्टन, कांग्रेस विधायक हरीश जनारथा ने इंजनघर और भाजपा के पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज ने छोटा शिमला वार्ड मेें परिवार सहित मतदान किया।
कांग्रेस और भाजपा लड़ रही सभी 34 वार्डों में चुनाव
कांग्रेस व भाजपा ने सभी 34 वार्डों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। इसके अलावा आम आदमी पार्टी 21 और माकपा 5 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं। नगर निगम शिमला में मतदान के लिए कुल 149 मतदान केंद्र स्थापित किए गए थे। राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से 153 मतदान दल नियुक्त किए गए थे जिनमें लगभग एक हजार मतदान कर्मी व सुरक्षा कर्मी शामिल थे।