हड़ताल पर गए कर्मियों ने सोमवार को नहीं उठाया शहर का गारबेज, कार्यकारी अधिकारी ने जेबीआर को लगाई लताड़
आवाज़ ए हिमाचल
यशपाल ठाकुर, परवाणू। परवाणू में डोर टू डोर गारबेज कलेक्शन करने वाली कंपनी जेबीआर ने श्रमिक दिवस के दिन अपने 15 लोगों को नौकरी से निकाल दिया। कंपनी ने परवाणू क्षेत्र के गारबेज कलेक्शन का ठेका एक स्थानीय ठेकेदार के साथ एग्रीमेंट कर उसे आगे आबंटित कर दिया। यही नहीं बल्कि जेबीआर कंपनी ने निकाले गए कर्मियों को दूसरे ठेकेदार के साथ कार्य करने को कहा। नगर परिषद कार्यकारी अधिकारी के समक्ष मामला आने के बाद जेबीआर के ऑफिसर और निकाले गए कर्मियों को दफ़्तर बुलाया गया। इसके बाद जेबीआर के अधिकारियों को लताड़ लगाते हुए सभी कर्मियों को वापस काम पर रखने के निर्देश दिए गए।
बता दें जेबीआर कंपनी के साथ विवादों का चोली दामन का साथ रहा है। कर्मियों को निकाले जाने व पुराना एरियर ना दिए जाने को लेकर एक मामला पहले ही लेबर इंस्पेक्टर के पास चल रहा है, उसके बावजूद बिना किसी लिखित कार्यवाही के कर्मियों को काम पर से निकाल दिया गया है।
जेबीआर कंपनी के अधिकारी विपिन बाली का कहना है की कर्मी उनके द्वारा दिए गए दिशानिर्देशों के आधार पर कार्य नहीं कर रहे थे। कर्मी दूसरी जगह भी कार्य करते हैं जो की नयमों का उल्लंघन है। बाली का कहना है की गारबेज कलेक्शन के लिए एक गाड़ी के साथ चार को भेजा जाता है, परन्तु फील्ड में केवल दो ही कर्मी मिलते है। कर्मी गारबेज से सामान निकाल कर उसे बेचते हैं जिस कारण कंपनी को नुक्सान उठाना पड़ता है। बाली ने बताया की कंपनी ने इन्हें निकाला नहीं है, बल्कि जिस ठेकेदार को ठेका सबलेट कर रहे हैं उनके अधीन कार्य करने को बोल रहे है।
नप अध्यक्ष निशा शर्मा का कहना है की जेबीआर कोई भी कार्यवाही करती है तो उसे नप को पहले सुचना देना आवश्यक है।
उधर, नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी अनुभव शर्मा ने बताया की इस मामले के चलते सोमवार को शहर में गारबेज कलेक्शन नहीं हो पाया। जेबीआर कंपनी व कर्मियों को बुलाकर मामले का निपटारा कर दिया है। जेबीआर को आदेश दिए गए हैं की बिना नगर परिषद को सुचना दिए कंपनी ना तो किसी को निकाल सकती है और ना ही ठेका आगे सबलेट कर सकती है। इस पुरे मामले को लेकर नगर परिषद जेबीआर को नोटिस भी जारी करेंगी। जेबीआर के कर्मियों को पहचान पत्र दिए जाने के भी निर्देश दिए गए है।