आवाज़ ए हिमाचल
बबलू सूर्यवंशी, शाहपुर। शाहपुर टैक्सी यूनियन की ओर से बुधवार को शाहपुर में एक पत्रकारवार्ता का आयोजन किया गया। इस दौरान यूनियन के प्रधान अशोक शर्मा ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए प्रदेश सरकार से मांग उठाई कि टैक्सी का परमिट 12 साल से बढ़ाकर 15 साल किया जाए।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में 2 साल तक उनकी गाड़ियां खड़ी रही, जिसके चलते उन्हें भारी नुकसान का सामना करना पड़ा और वह बैंक से लिया कर्ज तक नहीं लौटा पाए। उन्होंने कहा कि अगर सरकार उनकी गाड़ियों का परमिट 12 से 15 साल करती है तो वह बैंक से लिया गया कर्ज चुका सकेंगे और अपने परिवार का पालन पोषण भी ठीक से कर सकेंगे। प्रधान अशोक कुमार ने कहा कि उनकी गाड़ियों की कंडीशन अच्छी है, अगर उनकी गाड़ियों का परमिट रद्द किया जाता है तो महंगाई के इस दौर में वे नई गाड़ियां नहीं खरीद पाएंगे।
इसके अतिरिक्त बड़े वाहनों का परमिट 20 साल है, इसी की तर्ज पर टैक्सी परमिट भी 12 के बजाय 15 साल किया जाए।उन्होंने कहा कि इस संबंध में उन्होंने कई बार प्रशासन के माध्यम से प्रदेश सरकार तक ज्ञापन के माध्यम से अपनी मांग को पहुंचाया है, लेकिन सरकार ने अभी तक भी इस संबंध में कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई है, जिसके चलते उनमें रोष की लहर है।
उन्होंने कहा कि टैक्सी चालक पहले ही काफी परेशान हैं और बार-बार इस तरह से आर्थिक नुकसान उठाना टैक्सी चालकों के बस से बाहर है। केंद्र सरकार ने भी कई राज्यों में टैक्सी का परमिट 12 साल से बढ़ाकर 15 साल तक कर दिया गया है, लेकिन हिमाचल में अभी तक यह नियम लागू नहीं हो पाया है। यहां कई ऐसे वाहन हैं जो 18 से 20 साल पुराने हैं जो परमिट पर चल रहे हैं, लेकिन शायद टैक्सियों के लिए ही यह नियम बना है कि उनका परमिट 12 साल तक की दिया जा रहा है। ऐसे में प्रदेश सरकार से आग्रह है कि वह टैक्सियों का परमिट 12 साल से बढ़ाकर 15 साल करे।
इस मौके पर प्रधान अशोक शर्मा के अलावा उप प्रधान कर्णवीर सिंह, अजय कुमार, नीरज, कवि, अमन, उत्तम, कूका राम, विशाल, अनिल कुमार, सुनील कुमार और केशव आदि मौजूद रहे।